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उत्तराखंड एक्स्प्रेसवे का काम खत्म होते ही शुरू हो जाएगा 42 किलोमीटर लंबा नया बाईपास

उत्तराखंड में एक्सप्रेसवे के बाद अब मसूरी तक 42 किलोमीटर का नया बाईपास बनने जा रहा है, जो राज्य की यातायात व्यवस्था में एक बड़ा बदलाव लाएगा। इस नए बाईपास की योजना से मसूरी आने-जाने वाले यात्रियों के लिए यात्रा को और भी सुगम और सुविधाजनक बनाने की उम्मीद है।
 
 

Uttarakhand Expressway : उत्तराखंड में एक्सप्रेसवे के बाद अब मसूरी तक 42 किलोमीटर का नया बाईपास बनने जा रहा है, जो राज्य की यातायात व्यवस्था में एक बड़ा बदलाव लाएगा। इस नए बाईपास की योजना से मसूरी आने-जाने वाले यात्रियों के लिए यात्रा को और भी सुगम और सुविधाजनक बनाने की उम्मीद है।

नया बाईपास लगभग 42 किलोमीटर लंबा होगा, जो मसूरी और आसपास के क्षेत्रों के यातायात को बेहतर करेगा।यह बाईपास मसूरी के पर्यटन स्थलों में आने-जाने वाले भारी यातायात को कम करने में मदद करेगा इसमें ट्रैफिक जाम की समस्या को हल किया जाएगा, खासकर उन दिनों में जब पर्यटकों की संख्या अधिक होती है। यह बाईपास मसूरी के प्रमुख इलाके से ट्रैफिक डायवर्ट करेगा, जिससे वहां की स्थानीय जीवन और पर्यावरण पर कम दबाव पड़ेगा। यह परियोजना उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा की जा रही सड़क निर्माण परियोजनाओं का हिस्सा है, जिसे राज्य में बुनियादी ढांचे के सुधार के उद्देश्य से शुरू किया गया है। यह परियोजना पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी सुदृढ़ करेगी।

हाल ही में, उत्तराखंड में एक नई एक्सप्रेसवे के निर्माण ने भी राज्य के सड़क नेटवर्क को और बेहतर बनाया है। अब इस बाईपास का निर्माण मसूरी तक के रास्ते को और भी सुगम बना देगा। इस बाईपास के निर्माण में लगभग एक से दो साल का समय लग सकता है, हालांकि इसकी सही समयसीमा और परियोजना का विवरण स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी किया जाएगा।