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CBSE बोर्ड के छात्रों की हुई बल्ले बल्ले! अब नहीं लेकर जाना स्कूलों में बेग, जानें पूरी खबर

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड  क्रम में अब बोर्ड द्वारा न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि वह 10 दिन बैगलेस डे घोषित करें. ऐसा इसलिए ताकि विद्यार्थी कुछ नए क्षेत्र का अनुभव प्राप्त कर पाए और रूटीन शिक्षा से अलग कुछ सीखने का अनुभव प्राप्त कर सकें. आधा सत्र बीत चुका है, लेकिन फिर भी बच्चों को इस सुविधा से काफी कुछ सीखने को मिलेगा. दरअसल, बोर्ड द्वारा स्कूलों में 10 दिन बैगलेस डे मनाने के निर्देश दिए गए हैं. इससे स्कूली शिक्षा के बाहर जो काम की दुनिया है, उनके बारे में भी विद्यार्थी जानकारी प्राप्त कर पाएंगे. 
 

Breaking news : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड  क्रम में अब बोर्ड द्वारा न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि वह 10 दिन बैगलेस डे घोषित करें. ऐसा इसलिए ताकि विद्यार्थी कुछ नए क्षेत्र का अनुभव प्राप्त कर पाए और रूटीन शिक्षा से अलग कुछ सीखने का अनुभव प्राप्त कर सकें. आधा सत्र बीत चुका है, लेकिन फिर भी बच्चों को इस सुविधा से काफी कुछ सीखने को मिलेगा. दरअसल, बोर्ड द्वारा स्कूलों में 10 दिन बैगलेस डे मनाने के निर्देश दिए गए हैं. इससे स्कूली शिक्षा के बाहर जो काम की दुनिया है, उनके बारे में भी विद्यार्थी जानकारी प्राप्त कर पाएंगे. 

दैनिक जीवन से संबंधित कार्यों के बारे में भी विद्यार्थियों की समझ विकसित होगी. स्कूलों में विद्यार्थी किताबों में पढ़कर सीखते हैं, लेकिन इस व्यवस्था से विद्यार्थी देखकर सीखने की क्षमता को विकसित कर पाएंगे. इसके अलावा कोई, भी समुदाय जैसे बढ़ईगिरी, बिजली का काम, बागवानी, मिट्टी के बर्तन बनाने आदि के कामों की कार्यप्रणाली के बारे में भी जानकारी ले पाएंगे. यह काम विशेषज्ञों की निगरानी में किया जाएगा. इस प्रक्रिया के तहत, स्थानीय उत्पादों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी. 

विद्यार्थियों को एजुकेशनल टूर पर ले जाया जा सकता है, जहां उस स्थान से जुड़ी तमाम जानकारियां विद्यार्थियों को जाएंगी. कुछ कार्य ऐसे हैं, जिन्हें प्रैक्टिकल के माध्यम से ही बताया जा सकता है. प्रकृति के प्रति समझ विकसित करने के लिए विद्यार्थियों को ऐसे स्थान पर ले जाया जा सकता है, जहां विद्यार्थियों को अपने आस- पास के माहौल को समझने में आसानी हो.