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राजलक्षण के सरकारी कॉलेजों पर ऑरेंज कलर को लेकर हुआ विवाद, देखें मामले की पूरी जानकारी 

डिप्टी सीएम और उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमचंद बैरवा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस और एनएसयूआई ने इस रंग को लेकर बीजेपी पर शिक्षा के राजनीतिकरण का आरोप लगाया, लेकिन बैरवा ने स्पष्ट किया कि पेंट का उद्देश्य केवल छात्रों के लिए एक सकारात्मक वातावरण तैयार करना है बैरवा ने कहा, यह ऑरेंज रंग का आदेश कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय से आया है, जिसका मकसद छात्रों को बेहतर अनुभव देना है। रंगों का महत्व होता है, और रंगीला राजस्थान में हर रंग का अपना महत्व है।
 

Rajasthan News: डिप्टी सीएम और उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमचंद बैरवा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस और एनएसयूआई ने इस रंग को लेकर बीजेपी पर शिक्षा के राजनीतिकरण का आरोप लगाया, लेकिन बैरवा ने स्पष्ट किया कि पेंट का उद्देश्य केवल छात्रों के लिए एक सकारात्मक वातावरण तैयार करना है बैरवा ने कहा, यह ऑरेंज रंग का आदेश कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय से आया है, जिसका मकसद छात्रों को बेहतर अनुभव देना है। रंगों का महत्व होता है, और रंगीला राजस्थान में हर रंग का अपना महत्व है। 

अगर छात्रों को प्रवेश करते समय अच्छा महसूस हो, तो इससे उनका मनोबल बढ़ता है। इस फैसले को राजनीति से जोड़ना गलत है; रंगों का उद्देश्य केवल एक अनुकूल माहौल बनाना है।हाल ही में, कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय ने एक आदेश जारी कर सभी संभागों के दो-दो सरकारी कॉलेजों सहित 20 कॉलेजों के मुख्य भवन और प्रवेश हॉल को व्हाइट गोल्ड और ऑरेंज क्राउन रंग से पेंट करने का निर्देश दिया। कांग्रेस और एनएसयूआई ने इसे बीजेपी सरकार द्वारा शिक्षा में राजनीति लाने का प्रयास बताया। 

इससे पहले, स्कूलों में छात्रों को दी जाने वाली साइकिलों का रंग बदलने पर भी विवाद हुआ था, जब उन्हें काले के बजाय भगवा रंग में देने का निर्णय लिया गया था।प्रेमचंद बैरवा ने विपक्ष के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि रंग का मकसद केवल छात्रों के अनुभव को बेहतर बनाना है। उन्होंने कहा कि रंग का चुनाव किसी राजनीतिक उद्देश्य से नहीं, बल्कि छात्रों के अनुकूल वातावरण के लिए किया गया है।