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राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने गोपाष्टमी पर की गौ माता की पूजा , लोगों से गौ माता को बचाने के लिए किया प्रचार 

राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने भारतीय संस्कृति में गाय के महत्व को प्रतिपादित करने वाला बताया. राज्यपाल ने गौ संरक्षण के साथ गौ उत्पादों के लिए प्रभावी वातावरण बनाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि गोमूत्र एवं पंचगव्य असाध्य मानव रोगों के इलाज में भी उपयोगी पाया गया है.राज्यपाल पिंजरापोल गौशाला में गोपाष्टमी पर्व पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि गाय को पोषण के अलावा अर्थव्यवस्था का भी प्रमुख आधार बताया.
 

Rajasthan News: राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने भारतीय संस्कृति में गाय के महत्व को प्रतिपादित करने वाला बताया. राज्यपाल ने गौ संरक्षण के साथ गौ उत्पादों के लिए प्रभावी वातावरण बनाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि गोमूत्र एवं पंचगव्य असाध्य मानव रोगों के इलाज में भी उपयोगी पाया गया है.राज्यपाल पिंजरापोल गौशाला में गोपाष्टमी पर्व पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि गाय को पोषण के अलावा अर्थव्यवस्था का भी प्रमुख आधार बताया.

 राज्यपाल ने गोपाष्टमी से जुड़ी कथा सुनाते हुए भगवान कृष्ण की महिमा बताई. उन्होंने भगवान कृष्ण से पर्यावरण संरक्षण के लिए मिलने वाली सीख को जीवन में अपनाने की नसीहत दी. राज्यपाल ने प्रकृति पूजन को दिनचर्या बनाने का आह्वान किया.उन्होंने गो उत्पादों के महत्व पर जोर दिया. राज्यपाल ने कहा कि गाय के गोबर से प्राकृतिक खेती को समृद्ध किया जा सकता है. गौ उत्पादों का प्रभावी विपणन कर देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने का भी काम कर सकते हैं. 

उन्होंने भारतीय नस्ल की गौ और गौ उत्पादों को महत्वपूर्ण बताया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने गोमाता के संरक्षण का संकल्प लेने और गो उत्पादों के लिए वातावरण बनाने पर जोर दिया. उन्होंने वैदिक पादप औषधीय केन्द्र का भ्रमण कर गोबर उत्पादन और जैविक कृषि के उत्पादों का भी अवलोकन किया. बता दें कि राज्यपाल बनने के बाद बागड़े ने पहले संबोधन में गाय और दूध उत्पादन पर जोर दिया था. उन्होंने सहकारिता के क्षेत्र में और मजबूती लाने की वकालत भी की थी.