{"vars":{"id": "106882:4612"}}

हरियाणा के किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी, सीएम सैनी ने दिया ये बड़ा तोहफा 

हरियाणा के किसानों के लिए एक राहत भरी खबर आई है। प्रदेश सरकार ने किसानों के हित में मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना की शुरुआत की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बागवानी फसलों से जुड़ी समस्याओं का समाधान करना और किसानों को मौसम की अनिश्चितता से बचाना है। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने इस योजना का ऐलान किया, जो बागवानी के किसानों के लिए एक बड़ी राहत है।
 

Kisan News : हरियाणा के किसानों के लिए एक राहत भरी खबर आई है। प्रदेश सरकार ने किसानों के हित में मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना की शुरुआत की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बागवानी फसलों से जुड़ी समस्याओं का समाधान करना और किसानों को मौसम की अनिश्चितता से बचाना है। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने इस योजना का ऐलान किया, जो बागवानी के किसानों के लिए एक बड़ी राहत है।

मुख्य उद्देश्य और लाभ

मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को पारंपरिक फसलों के मुकाबले अधिक आमदनी वाली और उच्च जोखिम वाली बागवानी फसलों की ओर प्रोत्साहित करना है। यह योजना किसानों को मौसम के प्रतिकूल प्रभावों से बचाने के लिए बीमा कवर प्रदान करती है, ताकि वे किसी भी प्राकृतिक आपदा से प्रभावित होने पर वित्तीय संकट से न गुजरें।

बीमा की राशि और अंशदान

सब्जी और मसाले की फसल: प्रति एकड़ ₹30,000 का बीमा कवर
बीमा राशि: ₹750 प्रति एकड़
फल की खेती: प्रति एकड़ ₹40,000 का बीमा कवर
बीमा राशि: ₹1000 प्रति एकड़
किसान अपनी स्वेच्छा से बीमा के लिए निर्धारित अंशदान की राशि देकर इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।

नामांकन की प्रक्रिया

इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान 'मेरी फसल मेरा ब्यौरा' पोर्टल पर अपना नामांकन करवा सकते हैं। इस पोर्टल के माध्यम से किसानों को बीमा योजना के तहत रजिस्ट्रेशन की सुविधा मिलती है। अधिक जानकारी और मार्गदर्शन के लिए किसान अपने संबंधित जिला उद्यान अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं या टोल फ्री नंबर 1800-180-2021 पर कॉल कर सकते हैं।

किसानों के लिए फायदे

किसानों को मौसम की बुरी स्थितियों से होने वाले नुकसान से बचाव मिलेगा।किसान अब अधिक आमदनी वाली बागवानी फसलों को उगाने के लिए प्रेरित होंगे। प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसल खराब होने पर बीमा से मुआवजा मिलेगा, जिससे किसानों की वित्तीय स्थिति पर कम असर पड़ेगा।