बिहार में 3209 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे, इन पांच जिलों को होगा फायदा
Greenfield four-lane expressway : बिहार में जल्द ही एक महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट की शुरुआत होने जा रही है। पटना से भोजपुर होते हुए सासाराम तक बनने वाला ग्रीनफील्ड फोरलेन एक्सप्रेस-वे राज्य के पांच जिलों के लिए एक बड़ी सुविधा का कारण बनेगा। केंद्रीय वित्त कमेटी की सार्वजनिक निजी भागीदारी मूल्यांकन समिति (पीपीपीएसी) से मंजूरी मिलने के बाद इस प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। 3209 करोड़ रुपये की लागत से इस 120 किलोमीटर लंबी सड़क के बनने से यात्रियों को समय की बचत होगी और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
लंबाई: 120 किलोमीटर
लागत: 3209 करोड़ रुपये
पटना के सदीसोपुर के समीप एनएच-131जी
अंतिम स्थल: सासाराम
निर्माण का समय: मार्च 2024 में निर्माण की मंजूरी की उम्मीद
संबंधित जिलों: पटना, अरवल, भोजपुर, रोहतास, सासाराम
सड़क निर्माण की विशेषताएँ
इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से बिहार के कई हिस्सों में कनेक्टिविटी बेहतर होगी। पटना से सासाराम जाने के रास्ते में कई सुधार होंगे, जो यात्रा को तेज और सुरक्षित बनाएंगे।
सासाराम से आरा के बीच लगभग 75 किलोमीटर का निर्माण होगा।
आरा से पटना के बीच लगभग 45 किलोमीटर सड़क का निर्माण होगा।
यह सड़क कैसे करेगी यात्रियों की मदद
इस नई सड़क के निर्माण से पटना से सासाराम जाने में समय की बचत होगी।आरा शहर के बाहर से होकर गुजरने वाली सड़क वाहन चालकों को आरा शहर से बिना गुजरे सीधे पटना की ओर जाने का अवसर प्रदान करेगी।इस एक्सप्रेस-वे से पटना, अरवल, भोजपुर, रोहतास और सासाराम जिलों को सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी।
कनेक्टिविटी में सुधार और विकास के अवसर
सड़क बनने से आसपास के क्षेत्रों में विकास की गति बढ़ेगी। विशेष रूप से, नौबतपुर, अरवल, सहार, पीरो, हसन बाजार, संझौली और नोखा के लोग इस एक्सप्रेस-वे के सीधे लाभार्थी होंगे। इसके अलावा, पटना से भोजपुर, अरवल, रोहतास और सासाराम होते हुए वाराणसी जाने में भी यह सड़क बहुत मददगार साबित होगी।
जमीन अधिग्रहण और निर्माण प्रक्रिया
इस बड़े प्रोजेक्ट के लिए करीब 550 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा, जिसमें से सोन नदी पर बनने वाले फोरलेन पुल की भूमि भी शामिल है। एनएच 119ए को इस सड़क को भारत सरकार द्वारा दर्जा भी दिया गया है।