दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर नाइट विजन ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी, देखें पूरी अपडेट
Delhi-Mumbai Expressway : दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर लूटपाट की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए, अब इन घटनाओं से निपटने के लिए नाइट विजन ड्रोन कैमरे का उपयोग किया जाएगा। इन ड्रोन कैमरों की मदद से एक्सप्रेस-वे पर रात के अंधेरे में होने वाली हर छोटी-बड़ी घटना की पहचान की जा सकेगी। इस कदम से पुलिस को अपराधियों का पता पहले ही चल जाएगा, जिससे उन्हें पकड़ने में मदद मिलेगी।
नाइट विजन ड्रोन कैमरे की खासियत
नाइट विजन कैमरे की मदद से रात में भी कोई भी संदिग्ध गतिविधि आसानी से पकड़ी जा सकेगी। ड्रोन कैमरे 15 किलोमीटर की रेंज तक निगरानी रख सकते हैं।इन ड्रोन कैमरों की कीमत 7.65 लाख रुपये है, जोकि एक्सप्रेस-वे की सुरक्षा को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।यदि ड्रोन किसी संदिग्ध गतिविधि को पकड़ता है, तो इसे तुरंत कंट्रोल रूम और स्थानीय थानों को सूचित किया जाएगा। इससे अपराधियों को पकड़ने में मदद मिलेगी और उनकी गतिविधियों पर जल्दी प्रतिक्रिया की जा सकेगी।
एसपी अमित कुमार का बयान
रतलाम के एसपी अमित कुमार ने बताया कि इन ड्रोन कैमरों को एनएचएआई के पेट्रोलिंग वाहन में रखा जाएगा। पेट्रोलिंग वाहन में मौजूद प्रशिक्षित पुलिसकर्मी इन ड्रोन कैमरों का संचालन करेंगे। इससे पथराव और लूटपाट जैसी घटनाओं पर कड़ी निगरानी रखी जा सकेगी, जो पहले काफी आम हो गई थी।
ड्रोन कैमरे का कार्यक्षेत्र
ड्रोन कैमरे की निगरानी की क्षमता 15 किलोमीटर तक है।
रात के अंधेरे में भी हर घटना को रिकॉर्ड किया जा सकता है।
जैसे ही किसी संदिग्ध गतिविधि का पता चलेगा, संबंधित क्षेत्र को तुरंत सूचित किया
नाइट विजन ड्रोन कैमरे के लाभ
जब कोई अपराधी पथराव कर रहा हो या लूटपाट की घटना घटित हो, तो ड्रोन तुरंत जानकारी देता है और पुलिस को पहले से सतर्क कर देता है।यात्रियों और वाहन चालकों को सुरक्षा का एहसास होगा, क्योंकि उन्हें पता चलेगा कि उनके रास्ते की निगरानी की जा रही है।यह कदम भारत में स्मार्ट सिटी के निर्माण की दिशा में एक और मील का पत्थर साबित हो सकता है, जहां तकनीक का इस्तेमाल सुरक्षा बढ़ाने के लिए किया जा रहा है।