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अब महज 2 घटे का सफर 1 घटे मे पूरा! द्वारका एक्सप्रेसवे से इन शहरों की हुई बले-बले 

 

Dwarka Expressway: दिल्ली और गुरुग्राम के बीच ट्रैफिक जाम की समस्या के समाधान के लिए एक अहम कदम उठाया गया है. द्वारका एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा खोलने से न केवल समय की बचत होगी बल्कि पैसे और ईंधन की भी बचत होगी। इस कदम से न केवल दिल्ली और गुरुग्राम की कनेक्टिविटी में सुधार होगा बल्कि कई राज्यों के लिए भी रास्ता खुलेगा। वहीं, इस सुधार के कई अन्य फायदे भी हैं।

दिल्ली हवाई अड्डे तक आसान पहुंच

द्वारका एक्सप्रेसवे के खुलने से, गुरुग्राम निवासी एक नए संभावित मार्ग का उपयोग करके सीधे दिल्ली हवाई अड्डे तक पहुंच सकेंगे। दिल्ली के सेक्टर-21, सेक्टर-23, सेक्टर-25 समेत अन्य सेक्टर के लोग सीधे गुरुग्राम और वहां से जयपुर जा सकेंगे। इसका सीधा फायदा दिल्ली-एनसीआर के लोगों को होगा.

समय और दबाव कम हुआ

दिल्ली के द्वारका से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे तक पहुंचने में अब कम समय लगेगा। इससे यात्रियों को बारिश और ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी.

रोजगार के अवसर

इस परियोजना से न केवल समय और धन की बचत होगी बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। इंजीनियरों, कारीगरों और अन्य क्षेत्रों में काम करने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की आवश्यकता होगी। इससे सीमेंट स्टील और अन्य उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा.

नई ऊर्जा का स्रोत

द्वारका एक्सप्रेसवे के खुलने से पश्चिमी भारत में ऊर्जा का एक नया स्रोत मिलेगा। यह एक्सप्रेस-वे उद्योगों और निर्यात को भी नई दिशा देगा।

ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान करें

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने द्वारका एक्सप्रेसवे को 'अत्याधुनिक परियोजना' बताया है। इससे दिल्ली-एनसीआर में ट्रैफिक जाम की समस्या हल होने की उम्मीद है.

इस प्रकार, द्वारका एक्सप्रेसवे के खुलने से न केवल यातायात समस्या का समाधान होगा बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और ऊर्जा के नए स्रोत उपलब्ध होंगे। इससे हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर के लोगों को काफी फायदा होगा.