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 5702 करोड़ रुपये की लागत से पटना जुड़ेगा इन दो बड़े शहरों से, 1169km का बनेगा शानदार एक्सप्रेस-वे, जमीन मालिकों पर होगी पैसों की बारिश  

 

Expressway of india: प्रदेश में चार महत्वपूर्ण एक्सप्रेस-वे का निर्माण भी नये वित्तीय वर्ष में शीघ्र शुरू किया जायेगा।(highway) इनमें गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे (519 किमी), रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे (650 किमी), पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (बक्सर से पटना होते हुए भागलपुर तक 345 किमी) और पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे (215 किमी) शामिल हैं।(state highway) केंद्र सरकार से इन परियोजनाओं(Buxar Bhagalpur Expressway) का निर्माण कार्य प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने का अनुरोध किया जा रहा है।

  उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि राज्य में सड़कों और पुलों के निर्माण और रखरखाव को प्राथमिकता दी जा रही है. राज्य के सभी पुलों के हेल्थ कार्ड बनाये जायेंगे. इससे पुलों के प्रबंधन में आसानी होगी. प्रदेश में चार महत्वपूर्ण एक्सप्रेस-वे का निर्माण भी नये वित्तीय वर्ष में शीघ्र शुरू किया जायेगा।

इनमें गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे (519 किमी), रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे (650 किमी), पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (बक्सर से पटना होते हुए भागलपुर तक 345 किमी) और पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे (215 किमी) शामिल हैं। केंद्र सरकार से इन परियोजनाओं का निर्माण कार्य प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने का अनुरोध किया जा रहा है।

वह गुरुवार को बिहार विधानसभा में पथ निर्माण विभाग की ओर से रखी गयी अनुदान मांग पर बहस के बाद सरकार का पक्ष रख रहे थे. सदन में विपक्ष ने सरकार के जवाब का विरोध किया और इस दौरान विपक्ष के सभी सदस्यों ने कार्यवाही का बहिष्कार किया. सरकार के जवाब के बाद विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने पथ निर्माण विभाग की 5702 करोड़ 80 लाख 56 हजार रुपये की अनुदान मांग को सर्वसम्मति से पारित कर दिया.

13,500 पुलों का डेटाबेस तैयार किया जाएगा


उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने सदन को बताया कि फिलहाल राज्य में 4 लेन एक्सप्रेसवे का प्रस्ताव है जिसे बिहार सरकार ने केंद्र सरकार से 6 लेन के रूप में विकसित करने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा कि राज्य में 13,500 बड़े/छोटे पुलों की संख्या को ध्यान में रखते हुए पुलों के बेहतर रखरखाव के लिए पुल रखरखाव प्रबंधन दिशानिर्देश तैयार किए गए हैं। इससे एक ओर जहां इंजीनियरों को पुलों के रखरखाव में मदद मिलेगी, वहीं दूसरी ओर इन सभी पुलों का हेल्थ कार्ड जैसा डेटाबेस तैयार किया जा सकेगा, जिसके आलोक में आगे की कार्रवाई की जायेगी.

जेपी गंगा पथ के दोनों ओर उद्यान


उन्होंने कहा कि राजधानी के दीघा से गांधी मैदान के बीच 7 किलोमीटर लंबे जेपी गंगा पथ के दोनों तरफ 50 हेक्टेयर जमीन में से 90 फीसदी में हरित क्षेत्र का निर्माण किया जाएगा. 10 फीसदी हिस्से को रिवर फ्रंट, पार्क, बॉटनिकल गार्डन, फूड कोर्ट, साइकिल ट्रैक, फुटपाथ, पार्किंग आदि अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ विकसित किया जाएगा। इस योजना पर काम शुरू कर दिया गया है. यहां 4,000 चार पहिया और 13,000 दोपहिया वाहनों के लिए पार्किंग की भी व्यवस्था होगी. इसका प्रयोग खासतौर पर छठ पूजा में किया जा सकता है.