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शंभू बॉर्डर पर किसानों पर पुलिस की पेनी नजर, अंबाला दीवार का मॉडल देखने दिल्ली से टीम पहुंची, देखे पूरा मामला 

 

Farmers Protest haryana किसानों के दिल्ली कूच को लेकर शंभू बॉर्डर पर किसानों और जवानों के बीच झड़प के कारण पिछले चार दिनों से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, लेकिन शनिवार रात 10 बजे तक शंभू बॉर्डर पूरी तरह से शांत रहा। हालात ऐसे थे कि किसी भी किसान या प्रदर्शनकारी ने आगे बढ़ने का प्रयास नहीं किया और न ही पंजाब की ओर से किसी दंगाई ने अशांति फैलाई।

किसानों के दिल्ली कूच को लेकर शंभू बॉर्डर पर किसानों और जवानों के बीच झड़प के कारण पिछले चार दिनों से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, लेकिन शनिवार रात 10 बजे तक शंभू बॉर्डर पूरी तरह से शांत रहा। हालात ऐसे थे कि किसी भी किसान या प्रदर्शनकारी ने आगे बढ़ने का प्रयास नहीं किया और न ही पंजाब की ओर से किसी दंगाई ने अशांति फैलाई।

दिल्ली पुलिस के दो डीसीपी अंबाला शंभू बॉर्डर पर पहुंचे
इसलिए अंबाला पुलिस प्रशासन को आंसू गैस नहीं चलानी पड़ी. इसलिए शनिवार को पूरी तरह शांति रही। पिछले पांच दिनों में यह पहला दिन था जब एक भी आंसू गैस का गोला नहीं छोड़ा गया. इस बीच, दिल्ली पुलिस के दो डीसीपी सहित पांच सदस्यीय समिति अंबाला में सुरक्षा व्यवस्था की जांच करने के लिए अंबाला-शंभू सीमा पर पहुंची।

दिल्ली में दीवार भी बन चुकी है
दौरे के दौरान दिल्ली से आई टीम ने न सिर्फ सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया बल्कि अंबाला प्रशासन द्वारा तैयार की गई दीवार का भी अवलोकन किया. हालांकि दीवार दिल्ली में बनाई गई है, लेकिन टीम ने अंबाला के आठ-स्तरीय सुरक्षा कवच के डिजाइन का भी मूल्यांकन किया ताकि दिल्ली पुलिस द्वारा की गई व्यवस्था में किसी भी कमी को अंबाला मॉडल को देखकर ठीक किया जा सके।

वहीं, दिल्ली में पुलिस ने पंजाब की ओर से आने वाले लोगों की संख्या का आकलन किया. दिल्ली पुलिस की टीम करीब पांच घंटे तक अंबाला में रही और आईजी सिबास कबिराज से सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी ली.

आज की बातचीत पर सबकी निगाहें हैं
रविवार को सरकार और किसानों के बीच एक बार फिर बातचीत होगी. शाम करीब 6 बजे किसान चंडीगढ़ में सरकार से मुलाकात करेंगे. इसलिए, उम्मीद है कि शंभू बैठक तक पूरी तरह से शांत रहेंगे और नतीजा इस पर निर्भर करेगा कि किसान दिल्ली तक मार्च करेंगे, धरना जारी रखेंगे या अपनी मांगें पूरी होने पर पंजाब लौट आएंगे।

लगातार बिगड़ रही जवानों की हालत
इस बीच शंभू बॉर्डर पर तैनात कर्मचारियों की तबीयत लगातार बिगड़ रही है. आंसू गैस के कारण कई लोगों का गला खराब हो गया है तो कई लोग आंखों की एलर्जी से पीड़ित हैं। कुछ कर्मचारी डायरिया से भी पीड़ित हैं. कुछ कर्मचारी सर्दी-जुकाम से पीड़ित हैं। चूंकि शंभू को दिन में भीषण गर्मी और रात में ठंड का सामना करना पड़ रहा है.