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राजस्थान में एसआई भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग लेकर 2 युवक चड़े टंकी पर 

राजस्थान में इस मुद्दे पर विरोध स्वरूप दो युवक, लादूराम चौधरी और विकास विधूड़ी, जयपुर के हिम्मत नगर क्षेत्र में पानी की टंकी पर चढ़कर परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं. रविवार से टंकी पर बैठे इन युवकों ने एक वीडियो जारी कर राज्य सरकार से इस भर्ती को निरस्त करने की अपील की है, जिसमें उन्होंने RPSC (राजस्थान लोक सेवा आयोग) के सदस्य बाबूलाल कटारा और अन्य अधिकारियों पर परीक्षा से पहले ही पेपर लीक करने का आरोप लगाया है.इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीसीपी तेजस्विनी गौतम और अन्य पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन युवक अपने फैसले पर अड़े हुए हैं 
 

Rajasthan News: राजस्थान में इस मुद्दे पर विरोध स्वरूप दो युवक, लादूराम चौधरी और विकास विधूड़ी, जयपुर के हिम्मत नगर क्षेत्र में पानी की टंकी पर चढ़कर परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं. रविवार से टंकी पर बैठे इन युवकों ने एक वीडियो जारी कर राज्य सरकार से इस भर्ती को निरस्त करने की अपील की है, जिसमें उन्होंने RPSC (राजस्थान लोक सेवा आयोग) के सदस्य बाबूलाल कटारा और अन्य अधिकारियों पर परीक्षा से पहले ही पेपर लीक करने का आरोप लगाया है.इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीसीपी तेजस्विनी गौतम और अन्य पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन युवक अपने फैसले पर अड़े हुए हैं 

जब तक मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात नहीं होती और भर्ती रद्द करने का लिखित आश्वासन नहीं मिलता, वे टंकी से नीचे नहीं उतरेंगे. इस विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य सरकार को पेपर लीक से जुड़े मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी और परीक्षा रद्दीकरण की दिशा में कार्रवाई करने के लिए मजबूर करना है. युवाओं का मानना है कि राज्य सरकार मंत्री और उच्च अधिकारियों के दबाव में यह परीक्षा रद्द नहीं कर रही है.इस पेपर लीक कांड में पहले ही 160 से अधिक गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, जिसमें कई ट्रेनी थानेदार और अन्य महत्वपूर्ण लोग शामिल हैं. 

विरोध में शामिल छात्रों का दावा है कि SOG (स्पेशल ऑपरेशन्स ग्रुप) की चार्जशीट में भी पेपर लीक के सबूत हैं और इसी कारण से उन्होंने भर्ती को रद्द करने की मांग की है. उन्होंने बैनरों के माध्यम से राज्य सरकार से न्याय की अपील की है और भ्रष्टाचार के दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.राजनीतिक स्तर पर भी इस मामले में प्रतिक्रिया आई है. पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने छात्रों का समर्थन करते हुए सरकार पर कन्फ्यूजन और असंवेदनशीलता का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि जब सरकारी समितियां और कई मंत्री भी परीक्षा रद्द करने की सिफारिश कर चुके हैं, तो निर्णय लेने में इतनी देरी क्यों हो रही है. इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस और प्रशासन स्थिति को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन युवाओं का प्रदर्शन उनकी मांगों पर अडिग है.