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हरियाणा के नारनौल जिले में अब दौड़े दौड़े आएंगे पर्यटक, 3.60 करोड़ की लागत से होगा शोभा सागर तालाब रेनोवेशन

हरियाणा के नारनौल शहर में स्थित शोभा सागर तालाब एक बार फिर से अपनी ऐतिहासिक पहचान और सुंदरता वापस पाने जा रहा है। इस प्राचीन तालाब के पुनरोद्धार के लिए सरकार द्वारा 3.60 करोड़ रुपये की लागत से काम शुरू करने की तैयारी की जा रही है।
 

Narnaul: हरियाणा के नारनौल शहर में स्थित शोभा सागर तालाब एक बार फिर से अपनी ऐतिहासिक पहचान और सुंदरता वापस पाने जा रहा है। इस प्राचीन तालाब के पुनरोद्धार के लिए सरकार द्वारा 3.60 करोड़ रुपये की लागत से काम शुरू करने की तैयारी की जा रही है। Shobha Sagar pond

यह तालाब न केवल नारनौल के ऐतिहासिक वैभव का प्रतीक है, बल्कि स्थानीय पर्यटन और धार्मिक आस्था का भी केंद्र रहा है। शोभा सागर तालाब शहर के प्राचीन तालाबों में से एक माना जाता है। इस तालाब का निर्माण 17वीं शताब्दी में राय बालमुकुंद ने करवाया था। Shobha Sagar Talab

ऐसी मान्यता भी है कि यह कार्य शोभा और सागर नामक दो भाइयों ने करवाया था। इसी कारण इस तालाब का नाम उन दोनों के नाम पर पड़ा है। बारिश होने पर यह तालाब भर जाता था। साल भर इसका उपयोग नहाने और अन्य कामों के लिए किया जाता था। राजाओं का युग बीतने के बाद इसे नकारा जाने लगा। Haryana News 

हालांकि अब इसके जीर्णोद्धार का काम फिर से शुरू होगा, जिस पर करीब 3 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होने का अनुमान है। तालाब के पास एक पार्क भी है, जहां लोग घूमने आते हैं। लेकिन पार्क का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है, इसलिए लोग थोड़े निराश जरूर हैं। haryana Khabar

अगर शोभा सागर तालाब का जीर्णोद्धार होता है, तो पार्क में लोगों की आवाजाही भी बढ़ जाएगी। पास में ही सीताराम जी महाराज का मंदिर है, जहां कई देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं। यहां सुबह-शाम श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। उन्होंने इस तालाब के जीर्णोद्धार के लिए कई प्रयास भी किए हैं। इस पहल से नारनौल शहर को नई पहचान मिलेगी और आने वाले वर्षों में यह स्थान पर्यटकों और श्रद्धालुओं का पसंदीदा बन सकता है। Haryana Smachar