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वाराणसी-आजमगढ़ रेलवे लाइन का सर्वे ,पूरा बनेंगे सात स्टेशन, फटाफट देखे पूरी जानकारी  

 

Varanasi-Azamgarh Railway Line आज़मगढ़-वाराणसी रेलवे लाइन का फाइनल लोकेशन सर्वे पूरा हो चुका है। यह रेलवे लाइन आज़मगढ़ से आगे गोरखपुर के नेटवर्क को जोड़ेगी। इंजीनियरों ने 89 किमी लंबी नई रेलवे लाइन बिछाने का खाका तैयार कर लिया है। वाराणसी से आज़मगढ़ की दूरी 95 किमी होगी. प्रति यात्री किराया करीब 50 रुपये होगा.

आज़मगढ़-वाराणसी रेलवे लाइन का फाइनल लोकेशन सर्वे पूरा हो चुका है। यह रेलवे लाइन आज़मगढ़ से आगे गोरखपुर के नेटवर्क को जोड़ेगी। इंजीनियरों ने 89 किमी लंबी नई रेलवे लाइन बिछाने का खाका तैयार कर लिया है। वाराणसी से आज़मगढ़ की दूरी 95 किमी होगी. प्रति यात्री किराया करीब 50 रुपये होगा.

परियोजना प्री-सर्वेक्षण के बाद अंतिम सर्वेक्षण की दूसरी बाधा पार कर डीपीआर की ओर बढ़ रही है। अफसरों के काम की गति और सरकार की इच्छा शक्ति से पता चला कि आगामी बजट में इस प्रोजेक्ट को 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट भी मिलेगा.

इस परियोजना में सठियांव (आजमगढ़) और दोहरीघाट (मऊ) के बीच 34 किलोमीटर की रेलवे लाइन भी शामिल है, जो बलिया, गाजीपुर के लोगों के लिए 1,319 करोड़ रुपये की लागत से पहले से निर्माणाधीन दोहरीघाट-सहजनवा (गोरखपुर) रेलवे लाइन से जुड़ेगी। और मऊ में भी विकास के नए रास्ते खुलेंगे।

ये होगा रोडमैप
औड़िहार को सराय रानी रेलवे स्टेशन से जोड़ने के लिए 55 किमी. नई रेल लाइनें बिछाई जाएंगी. सरायरानी से आठ किमी. दूर आज़मगढ़ रेलवे स्टेशन पहले से ही जुड़ा हुआ है। इसी प्रकार पूर्वोत्तर रेलवे के बनारस मण्डल के अन्तर्गत वाराणसी सिटी स्टेशन से 32 कि.मी. दूर औड़िहार स्टेशन सबसे पहले जुड़ा है।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव. मैं चुनाव जीतने के बाद से ही कोशिश कर रहा हूं. चुनाव से पहले यह परियोजना साकार हो जायेगी. -दिनेश लाल यादव, 'निरहुआ' सांसद, आजमगढ़

वाराणसी और गोरखपुर को रेल नेटवर्क से जोड़कर आज़मगढ़ विकास के नये आयाम स्थापित करेगा। इसके लिए हमारी टीम दो दशकों से संघर्ष कर रही है, जो अब पूरा होगा। -एसके सत्येन, संयोजक आजमगढ़ विकास संघर्ष समिति