{"vars":{"id": "106882:4612"}}

राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के नतीजे आज होंगे जारी, इस नेता पर रहेगी सकीय निगाह 

आज (शनिवार) राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों के उपचुनावों के परिणाम घोषित किए जाएंगे। सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। पोस्टल बैलेट की गिनती के बाद ईवीएम (EVM) से वोटों की काउंटिंग हो रही है। ये उपचुनाव पांच विधायकों के सांसद बनने और दो विधायकों के निधन के कारण हुए हैं।
 

Rajasthan bypoll results : आज (शनिवार) राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों के उपचुनावों के परिणाम घोषित किए जाएंगे। सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। पोस्टल बैलेट की गिनती के बाद ईवीएम (EVM) से वोटों की काउंटिंग हो रही है। ये उपचुनाव पांच विधायकों के सांसद बनने और दो विधायकों के निधन के कारण हुए हैं।

यह चुनाव कांग्रेस और भाजपा के लिए काफी अहम हैं, क्योंकि इसके परिणाम राजस्थान की आगामी राजनीतिक दिशा तय कर सकते हैं।

किन सीटों पर हो रहा है उपचुनाव

दौसा                     कांग्रेस विधायक मुरारीलाल मीणा सांसद बने।           कांग्रेस
देवली-उनियारा       हरीश मीणा सांसद बने।                                        कांग्रेस
झुंझुनूं                    बृजेंद्र सिंह ओला सांसद बने।                                  कांग्रेस
खींवसर                 हनुमान बेनीवाल सांसद बने।                                  आरएलपी (गठबंधन सहयोगी)
चौरासी (डूंगरपुर)    विधायक राजकुमार रोत सांसद बने।                        कांग्रेस
सलूंबर                  भाजपा विधायक अमृतलाल मीणा का निधन।             भाजपा
रामगढ़                  कांग्रेस विधायक जुबेर खान का निधन।                     कांग्रेस

मतगणना प्रक्रिया और सुरक्षा व्यवस्था

राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन के अनुसार, ईवीएम से वोटों की गिनती सुबह 8:30 बजे से शुरू हुई।सभी 7 सीटों के लिए कुल 141 राउंड में वोटों की गिनती होगी।हर सीट पर वोटर्स की संख्या के अनुसार 18-22 राउंड की गिनती हो रही है।गिनती स्थल पर थ्री लेयर सुरक्षा तैनात की गई है।

चुनाव का राजनीतिक महत्व

राजस्थान विधानसभा चुनाव 2024 के नजदीक होने के कारण, इन उपचुनावों के परिणामों से राजनीतिक दलों का सियासी नैरेटिव तय होगा। इन 7 में से केवल सलूंबर सीट पहले से भाजपा के पास थी। अन्य सीटों पर जीत हासिल कर पार्टी अपनी स्थिति मजबूत करना चाहेगी। 7 में से 5 सीटें कांग्रेस के पास थीं, इसलिए ये उपचुनाव पार्टी के लिए सत्ता बचाने की चुनौती हैं।