{"vars":{"id": "106882:4612"}}

राजस्थान के वाहन चालकों को निहाल कर देगा यह एक्सप्रेसवे! जानें कहाँ कहाँ से होकर गुजरेगा 

राजस्थान सरकार ने राज्य के लोगों को एक बड़ी सौगात दी है। हाल ही में पेश किए गए बजट में राजस्थान सरकार ने कई एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट के लिए फंड आवंटित करने की घोषणा की है। इन एक्सप्रेसवे के निर्माण से न केवल राज्य की कनेक्टिविटी बढ़ेगी, बल्कि इन इलाकों के छोटे और बड़े व्यापारियों को भी बड़ा लाभ मिलेगा। एक प्रमुख परियोजना, कोटपूतली से किशनगढ़ तक का ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, खासतौर पर राजस्थान में व्यापार और पर्यटन के नए रास्ते खोलेगा।
 

Rajasthan New Expressway: राजस्थान सरकार ने राज्य के लोगों को एक बड़ी सौगात दी है। हाल ही में पेश किए गए बजट में राजस्थान सरकार ने कई एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट के लिए फंड आवंटित करने की घोषणा की है। इन एक्सप्रेसवे के निर्माण से न केवल राज्य की कनेक्टिविटी बढ़ेगी, बल्कि इन इलाकों के छोटे और बड़े व्यापारियों को भी बड़ा लाभ मिलेगा। एक प्रमुख परियोजना, कोटपूतली से किशनगढ़ तक का ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, खासतौर पर राजस्थान में व्यापार और पर्यटन के नए रास्ते खोलेगा।

इस सरकारी परियोजना के अनुसार, राज्य में 9 ग्रीनफील्ड राजमार्गों का निर्माण किया जाएगा। इसमें कोटपूतली से किशनगढ़ तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण भी शामिल है। यह राजमार्ग 181 किलोमीटर लंबा होकर राज्य का सबसे छोटा राजमार्ग होगा। 

मनोहर वादियों का नजारा लेते लेते निकलेगा सफर! जल्द ही इस नए एक्सप्रेसवे पर शुरू हो जाएगा वाहनों का फर्राटा भरना

राजस्थान सरकार ने बजट में राज्य के कई जिलों को लाभ देने का प्रस्ताव रखा है। इस बजट से कुल 9 ग्रीनफील्ड राजमार्ग बनाने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा, सरकार द्वारा राज्य में सड़कों को मजबूत करने के लिए भी अनेक प्रयास किए गए हैं तथा सड़कों के रखरखाव और पुनर्वास के कार्य किए गए हैं।

राज्य में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए सरकार लगातार सड़कों, राजमार्गों और राजमार्गों का जाल बिछा रही है। इन सभी ग्रीनफील्ड राजमार्गों में से एक सबसे छोटा मार्ग कोटपुतली-किशनगढ़ राजमार्ग है। इसके निर्माण से जयपुर के अलावा राजस्थान के नीमकाथाना, नागौर, अजमेर और सीकर के लोगों को सबसे ज्यादा फायदा होगा।

अगर कोटपूतली से किशनगढ़ की दूरी की बात करें तो यह 225 किलोमीटर है, जिसे पार करने में यात्रियों को करीब 5 घंटे का समय लगता है, लेकिन नए ग्रीन फील्ड हाईवे के निर्माण के बाद यह दूरी महज 2 घंटे में पार करना संभव हो सकेगा। इसके निर्माण से न केवल उद्यमियों को बल्कि किसानों को भी काफी लाभ होगा।

हरियाणा वालों को मिलेगी नए एक्सप्रेसवे की सौगात! इन गांवों को चीरकर निकलेगा

इस राजमार्ग के निर्माण से क्षेत्र में भूमि की कीमतें बढ़ेंगी। इसके अलावा राजमार्ग निर्माण के लिए किसानों की 1679 एकड़ जमीन भी अधिग्रहित की जाएगी। परियोजना लागत की दृष्टि से इसके पूरा होने पर 6906 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।

इस राजमार्ग से किशनगढ़ की प्रसिद्ध मार्बल मंडी के कारोबार को नई गति मिली है। इस सड़क के निर्माण से क्षेत्र के व्यवसायों को काफी सहायता मिलेगी। ऐसा प्रतीत होता है कि किशनगढ़ अब मार्बल मंडी के नाम से देशभर में अपनी अलग पहचान बना चुका है। इस राजमार्ग के निर्माण से परिवहन प्रणाली की लागत कम हो जाएगी। इससे न केवल परिवहन व्यय बचेगा, बल्कि समय की भी बचत होगी।

ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की लंबाई 181 किलोमीटर होगी, जो कोटपूतली से किशनगढ़ के एनएच 48 और एनएच 448 होते हुए एनएच 148बी के पनियाला तक जाएगा। इसके अलावा, यह राजमार्ग मकराना, रूपनगढ़, कोटपूतली, पलसाना, नावां, कुचामन नगर, नीमकाथाना, खाटू, खंडेला, चला सहित कई जिलों और कस्बों के साथ संपर्क स्थापित करेगा।