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राजस्थान के इस क्षेत्र के सीटों पर चल रहा कड़ा मुकाबला, देखें कौन मरेगा बाज़ी 

13 नवंबर को राज्य में उपचुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे. वोटिंग से पहले कांग्रेस, बीजेपी और अन्य दलों ने अपने चुनाव प्रचार अभियान को तेज कर दिया. मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने दक्षिणी राजस्थान की सीटों पर बीजेपी के चुनाव प्रचार की कमान संभाल ली है. बाबूलाल खराड़ी भाजपा सरकार के कामकाम की बदौलत दक्षिणी राजस्थान में उपचुनाव में जीतने की उम्मीद लगाए बैठे हैं. हालांकि, बीजेपी के लिए इतना आसान नहीं है. 
 

Rajasthan By Election: 13 नवंबर को राज्य में उपचुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे. वोटिंग से पहले कांग्रेस, बीजेपी और अन्य दलों ने अपने चुनाव प्रचार अभियान को तेज कर दिया. मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने दक्षिणी राजस्थान की सीटों पर बीजेपी के चुनाव प्रचार की कमान संभाल ली है. बाबूलाल खराड़ी भाजपा सरकार के कामकाम की बदौलत दक्षिणी राजस्थान में उपचुनाव में जीतने की उम्मीद लगाए बैठे हैं. हालांकि, बीजेपी के लिए इतना आसान नहीं है. 

चौरासी और सलूंबर सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय है.दरअसल, लोकसभा चुनाव में राजकुमार रोत के सांसद बनने के बाद चौरासी सीट खाली हुई है. यह आदिवासी बाहुल्य सीट मानी जाती है. 2023 के विधानसभा चुनाव में बीएपी से राजकुमार रोत विधायक बने थे. राजकुमार रोत ने पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सुशील कटारा को 50 हजार से अधिक वोटों हराया था. इससे पहले 2018 के विधानसभा चुनाव में भी राजकुमार रोत ने बीटीपी के टिकट पर जीत दर्ज की थी. 

उस समय भी बीजेपी के सुशील कटारा को ही राजकुमार ने मात दी थी. अब उपचुनाव में बीएपी ने युवा प्रत्याशी को मैदान में उतारकर नया दांव खेला है. वहीं, कांग्रेस ने महेश रोत चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि बीजेपी ने अनुभवी चेहरे कारीलाल ननोमा को टिकट देकर मुकाबला त्रिकोणीय कर दिया. बीएपी ने राजकुमार रोत के सांसद बनने के बाद उपचुनाव में चौरासी से अनिल कटारा को मैदान में उतारा है. चौरासी सीट पर राजकुमार रोत की अच्छी खासी पकड़ है, जिसका उदाहरण सामने है कि वह लगातर दो बार इस सीट से विधायक बने.

 ऐसे में बीजेपी के लिए चौरासी सीट पर बड़ी चुनौती मिलने की उम्मीद है. वहीं, भाजपा की गढ़ कही जाने वाली सलूंबर सीट पर भी उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला है. इस सीट बीजेपी दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता देवी को मैदान में उतारा है. जबकि कांग्रेस से रेशमा मीणा चुनाव लड़ रही हैं. भारत आदिवासी पार्टी ने चौरासी के अलावा सलूंबर सीट पर अपना प्रत्याशी उतारकर मुकाबला दिलस्प बना दिया है. सलूंबर सीट से जीतेश कटारा बीएपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.