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राजस्थान में सफर होगा सुहाना, सड़कों की मरम्मत पर खर्च होंगे इतने करोड़, जानें

उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को अगले दो माह लगातार फील्ड मे मॉनिटरिंग करके बरसात से खराब हुई सड़को को दिपावली से पहले सही करवाने के निर्देश दिए है. बुधवार को निर्माण भवन में आयोजित विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने यह निर्देश दिए. उन्होनें सभी मुख्य अभियंताओं को सात-सात दिन लगाातार फील्ड में रहकर सड़क कार्यों की मॉनिटरिंग के निर्देश दिए है.
 

Rajasthan News : उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को अगले दो माह लगातार फील्ड मे मॉनिटरिंग करके बरसात से खराब हुई सड़को को दिपावली से पहले सही करवाने के निर्देश दिए है. बुधवार को निर्माण भवन में आयोजित विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने यह निर्देश दिए. उन्होनें सभी मुख्य अभियंताओं को सात-सात दिन लगाातार फील्ड में रहकर सड़क कार्यों की मॉनिटरिंग के निर्देश दिए है.

गांरटी अवधि की सड़क वही ठेकेदार ठीक करे- दीया कुमारी

उन्होंने सख्त हिदायत देते हुए कहा कि सड़कों की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए. ऐसी व्यवस्था की जाए कि सड़क बनाने वाला ठेकेदार ही गांरटी अवधि में सड़क खराब होने पर अनिवार्य रूप से सड़क को सुधारे. यदि इसके लिए नियमों में कोई संशोधन करना हो तो करे. उन्होंने सड़को की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना मॉडल के प्रावधानों को शामिल करने के निर्देश भी दिए. रिपेयरिंग के दौरान भी वही सामग्री इस्तेमाल की जाए जो निर्माण के दौरान इस्तेमाल की गई है.

विभाग से जनता का सीधा जुड़ाव है, निश्चित समय में काम पूरे हो

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह डायरेक्टली जनता से जुड़ा हुआ विभाग है. हमे कमिटमेंट पर खरा रहना है और उसको पूरा भी करना है. उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसा सिस्टम विकसित किया जाए, जिसमें डीपीआर बनाने से लेकर, कार्य आदेश जारी होने एवं निर्माण पूरा होने तक के लिए एक निश्चित टाईम टेबल सेट किया जाए, ताकि लोगों को सुविधाओं का समय पर लाभ मिल सके.

पीडब्ल्यूडी सेवा एप लॉंच

उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने इस अवसर पर राजस्थान पीडब्ल्यूडी सेवा ऐप लॉन्च किया. उन्होनें कहा कि यह ऐप प्रदेश की सड़को की गुणवत्ता सुधार एवं उसको बरकरार रखने में मजबूत निरीक्षण प्रणाली विकसित करेगा.सार्वजनिक निर्माण विभाग में शिकायतों के समाधान (सड़क, भवन आदि) और संबंधित अधिकारियों द्वारा निरीक्षण के लिए एक ऑनलाइन निरीक्षण और शिकायत प्रबंधन ( राजस्थान पीडब्ल्यूडी सेवा) विकसित की गई है. इस पहल का उदेश्य सड़कों, भवनो आदि की गुणवत्ता को बरकरार रखते हुए सिस्टम में पारदर्शिता, दक्षता जवाबदेही को बढाना है.

इस प्रकार करेगा काम

संबंधित अधिकारी द्वारा वर्ष मे दो बार (छ माह में एक बार) सड़क के प्रत्येक किलोमीटर एवं भवन का नियमित निरीक्षण किया जाना अनिवार्य है. संबंधित अधिकारी द्वारा किए गए निरीक्षण की जियो टैगिंग फोटो ऐप पर अपलोड होगी. अधिकारी द्वारा निरीक्षण के दौरान की गई टिप्पणी जैसे संतोषप्रद, असंतोषप्रद मय फोटो और आवश्यक कार्य का विवरण संबंधित संवेदक को उसकी ईमेल पर प्राप्त होता है. संवेदक द्वारा इसकी अनुपालन किए जाने की रिपोर्ट भी मय सुधार कार्य के फोटो सहित संबंधित अधिकारियों को अनुमोदन हेतु प्राप्त होती है.

ऐप पर 8000 संवेदको की आईडी मैप

गौरतलब है कि सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा विकसित किए गए इस ऐप पर सार्वजनिक निर्माण विभाग मंत्री सहित जेईएन स्तर तक के अधिकारियों एवं लगभग 8000 संवेदको की आईडी मैप की गई है. इस दौरान उन्होंने एनएचएआई, एनएच, आरएसएचए, आरएसआरडीसी के कार्यों एवं बजट घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा की. इस दौरान राज्य मंत्री मंजू बाघमार, प्रमुख शासन सचिव प्रवीण कुमार गुप्ता, मुख्य अभियंता एवं अतिरिक्त सचिव डी आर मेघवाल सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे.