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आम की खेती करने वाले किसानों की होगी बल्ले बल्ले! सरकार देगी इतने हजार की सब्सिडी, इस पोर्टल पर करें आवेदन 

भारत में आम को फलों का राजा कहा जाता है और उत्तर प्रदेश इस राजा का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। यहां 2.6 लाख हेक्टेयर में आम की खेती होती है, जिससे हर साल लगभग 45 लाख टन आम का उत्पादन होता है। 
 

Sarkari Yojana: भारत में आम को फलों का राजा कहा जाता है और उत्तर प्रदेश इस राजा का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। यहां 2.6 लाख हेक्टेयर में आम की खेती होती है, जिससे हर साल लगभग 45 लाख टन आम का उत्पादन होता है। 

अब किसानों को बेहतर आम उत्पादन और गुणवत्ता के लिए बैगिंग तकनीक अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। दरअसल, उत्तर प्रदेश उद्यान विभाग ने dbt.horticulture.in पोर्टल पर किसानों के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू की है। पंजीकृत किसानों को ढके हुए फलों के बैग वितरित किए जाएंगे।

डॉ. ए.एस. वर्मा ने कहा कि पैकेजिंग तकनीक से आम की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है। इससे फल कीड़ों, धूल और मौसम के प्रभाव से सुरक्षित रहता है। बाजार में भेजने से पहले 15 दिनों तक आमों से थैलियां हटाई जाती हैं, जिससे उनका रंग चमकीला सुनहरा हो जाता है और बाजार में मांग बढ़ जाती है।

उप निदेशक (उद्यानिकी) डीके वर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय एकीकृत बागवानी मिशन योजना (एनआईएमएच) के तहत किसानों को प्रति हेक्टेयर 25 हजार रुपये की सब्सिडी दी जाएगी। सब्सिडी केवल उन किसानों को दी जाएगी जो पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण कराएंगे। बिना पंजीकरण के किसान इस योजना का लाभ नहीं उठा पाएंगे।