राजस्थान के इन 60 गांवों में बाढ़ आने का खतरा, रातों रात बढ़ गया पानी का लेबल
Breaking News : राजस्थान में मानसून लोगों के लिए बड़ी परेशानी बन चुका हैं। राजस्थान में लगातार बारिश हो जानें के कारण नदियों का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. पानी अधिक हो जानें के कारण बांध के ऊपर से पानी निकल रहा हैं।
दरसल अगर एसा ही चलता रहा तो राजस्थान में बाढ़ आना तय हैं। राजस्थान में पानी की वजह से किसानों में काफी खुशी है. लेकिन बांध के खोले जाने से सैकड़ों गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. राजस्थान के धौलपुर जिले से होकर गुजर रही चंबल नदी की बात करें तो नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है और यह खतरे के निशान तक पहुंच चुका है.जिला प्रशासन ने आमजन को नदी क्षेत्र एवं जलभराव क्षेत्रों के समीप जाने से रोकने के लिए अपने अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों को पाबंद कर दिया हैं. चंबल नदी में पानी का स्तर 129.79 मीटर पर पहुंचते ही वार्निंग लेवल शुरू हो जाता है और 130.79 मीटर पर जलस्तर पहुंचते ही नदी खतरे के निशान से ऊपर हो जाती है.
चंबल नदी का जल स्तर 135 मीटर से ऊपर पहुंचने पर सात दर्जन से अधिक गांव और ढाणियों में चम्बल का पानी प्रवेश करते ही बाढ़ आ जायेगी.साल 2022 में चंबल नदी ने विकराल रूप धारण कर 146.50 मीटर पर पहुंची थी और 7 दर्जन गांव में बाढ़ आ गई थी. केंद्रीय जल आयोग के कनिष्ठ अभियंता लखी लाल मीणा और कुशल सहायक विवेकानंद हर घंटे बाद पानी के गेज को नापते हैं. नदी के पानी के आसपास कोई भी नहीं जाए इसको लेकर पुलिस प्रशासन ने पुलिस के जवान तैनात कर दिए हैं.