अल्कोहल में व्हिस्की, स्कॉच, वाइन, टकीला और बीयर में क्या अंतर है? जानिए महगी दारू की कुछ रोचक बाते ..
What is the difference between tequila and beer: अल्कोहलिक बेवरेज़ जैसे व्हिस्की, स्कॉच, वाइन, टेकीला और बीयर में अंतर उनके बनाने की प्रक्रिया, उपयोग किए जाने वाले सामग्री, और उनकी अल्कोहल की मात्रा में होता है. नीचे दिए गए विवरण में आपको इन बेवरेज़ के बारे में अधिक जानकारी मिलेगी:
जीवन में कई लोग पूरी जिंदगी शराब नहीं पीते लेकिन कई लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें वाइन की लत होती है जबकि कई लोग शौक से शराब पीते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अल्कोहलिक बीयर, वाइन, वोदका, व्हिस्की, स्कॉच, जिन और ब्रांडी में क्या अंतर है?
शराब दिल और त्वचा के लिए अच्छी मानी जाती है, आमतौर पर इसका इस्तेमाल रईसजादे डींगें हांकने के लिए करते हैं। वैसे, वाइन में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला अंगूर वाइन बनाने के लिए फलों के रस को किण्वित किया जाता है और कई महीनों तक बैरल में संग्रहीत किया जाता है।
शैम्पेन (शैम्पेन)
शैम्पेन को स्पार्कलिंग वाइन कहा जाता है। ये भी अंगूर से बनाये जाते हैं. इसका उपयोग आपने हमेशा क्रिकेटरों को मैच जीतने के बाद शराब पीते और फूंकते देखा होगा। लोग खुशी के मौके पर शैम्पेन पीते हैं। शैम्पेन की उत्पत्ति फ्रांस के एक जिले शैम्पेन से हुई, इसलिए इसे वाइन का नाम दिया गया।
शैम्पेन (Champagne) एक प्रकार की एल्कोहोलिक ड्रिंक है जो मुख्यतः फ्रांस क्षेत्र शैम्पेन से उत्पन्न होती है। यह एक उत्कृष्टता से प्रसिद्ध मुख्य जामीयतार या बबलीदार शराब है जिसमें कार्बनेशन गैस (कार्बन डाइऑक्साइड) होती है, जिससे उसके आंशिक संकुचन के दौरान छोटी-छोटी बूँदें या बुलबुले उत्पन्न होते हैं।
शैम्पेन विशेष रूप से पिनो न्वार, शर्दोने, और पिनो मेनियर जैसे सफेद अंगूरों से बनाई जाती है। यह एक महंगी शराब मानी जाती है और उत्पादन प्रक्रिया में विशेषता शामिल होती है। शैम्पेन के निर्माण में दूसरे शराबों की तुलना में दाब, मुमांई, और तापमान का महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
शैम्पेन का विशेष स्वाद, आरोमा, और मूल्य संकीर्णता और गहराई में विद्यमान होता है। इसका स्वाद मिठास, संतुलन, फलितत्व, और टोस्टी या खसखसाहट की मुख्यता होती है
बियर (बीयर)
बीयर में उपयोग किया जाने वाला सबसे मुख्य घटक माल्ट (जौ,गेहूं) है। बीयर बनाने की प्रक्रिया को अंग्रेजी में ब्रूइंग कहा जाता है। माल्टेड जौ के किण्वन से बियर का निर्माण होता है।
बियर एक प्रसिद्ध मदिरा है जो शराब के स्थान पर उपभोक्ता द्वारा ज्यादातर पसंद की जाती है। यह एक मध्यम-अल्कोहलिक पेय होता है जो साधारणतः अनाज, जूँ, हम्मर (हॉप्स), पानी और मैये (यीस्ट) से बनाया जाता है। इसकी गुणवत्ता, स्वाद और आकर्षक गहरे रंग का कारण होता है।
बियर कई प्रकार की होती है और इनमें से कुछ प्रमुख प्रकार शामिल हैं: लेगर (Lager), एल (Ale), स्टाउट (Stout), पोर्टर (Porter), वीटबीयर (Wheatbeer), इंडिया पेल एल (India Pale Ale) आदि। प्रत्येक प्रकार की बियर का अपना विशेष स्वाद, रंग और उत्पादन प्रक्रिया होती है।
बियर बहुत समय से मानव सभ्यताओं में एक महत्वपूर्ण पेय के रूप में उपयोग होती आई है। ज्यादातर देशों में इसे मनोरंजन और मनोरंजन के संयोजक के रूप में स्वीकारा जाता है, साथ ही इसे सामाजिक आयोजनों, खान-पान के साथ-साथ समुदायिक इवेंट्स में भी सर्वाधिक पसंद किया जाता है।
हालांकि, मदिरा की सेवन के मामले में स्वस्थ बरताव करना महत्वपूर्ण होता है। मानव शरीर के लिए अनुशंसित दिनचर्या और स्थानीय कानूनों का पालन करना आवश्यक है। उम्र की सीमा के साथ जिम्मेदारीपूर्ण पीने का ढंग बनाए रखें और मात्रा में संतुलन बनाए रखें, ताकि आप सामान्य स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित रख सकें।
ब्रांडी (ब्रांडी)
आपने सुना होगा कि बच्चों को सर्दी से बचाने के लिए कुछ लोग उन्हें एक चम्मच ब्रांडी देते हैं। यह शरीर में गर्मी का एहसास दिलाने का काम करता है। दरअसल ब्रांडी वाइन को आसवित करके बनाई जाती है।
ब्रांडी (Brandy) एक प्रकार की एल्कोहलिक ड्रिंक है जो बादामी या अन्य फलों के शराब को आगे आराम से उबालकर बनाया जाता है। ब्रांडी का नाम असल में फ्रांसीसी शब्द "Brandywine" से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है "अंग्रेज़ी की तरह हल्की शराब"।
ब्रांडी की बनावट फलों के शराब को विशेष उबाल के माध्यम से बनायी जाती है, जिससे उसमें मौजूद अल्कोहल उबालकर अधिक ताजगी और प्रभाव प्राप्त होता है। ब्रांडी के उबाल के दौरान, शराब की अल्कोहली परफ्यूम आरोमा को वाष्पीकरण के माध्यम से पकवान कर दिया जाता है।
ब्रांडी को उम्र के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है और इसमें ब्रांडी के प्रकार शामिल हो सकते हैं:
कोन्याक (Cognac): कोन्याक एक प्रसिद्ध फ्रांसीसी ब्रांडी है जो विशेषतः फ्रांस क्षेत्र कोन्याक से उत्पन्न होती है। यह उच्च गुणवत्ता और महकती आरोमा की संपत्ति के लिए मशहूर है।
व्हिस्की (Whisky)
व्हिस्की सबसे ज्यादा पिया जाने वाला पेय है. और इसे किण्वित अनाज गेहूं, जौ सहित अन्य चीजों को मिलाकर भी बनाया जाता है और ओक पीपों में संग्रहीत किया जाता है। व्हिस्की एक प्रकार का शराब है जो अनाजों से बनता है, जैसे कि जौ, गेहूं, राइ, बार्ली आदि. व्हिस्की को आमतौर पर बारिक (वर्षों तक पका हुआ) और गीला (मद्य) होने के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है. व्हिस्की का आंतरिक तापमान में उबलाव और जरा से फर्शन द्वारा संचालित होने का उपयोग किया जाता है.
स्कॉच: स्कॉच व्हिस्की स्पेशल ग्रेन और माल्ट बार्ली से बनाई जाती है और उसे स्कॉटलैंड में बनाना चाहिए. यह
स्कॉच (Scotch)
स्कॉच भी एक प्रकार की व्हिस्की है लेकिन कौन सी व्हिस्की स्कॉटलैंड में बनाई जाती है और कम से कम 3 वर्षों तक ओक पीपों में संग्रहीत की जाती है। स्कॉच व्हिस्की स्पेशल ग्रेन और माल्ट बार्ली से बनाई जाती है और उसे स्कॉटलैंड में बनाना चाहिए. यह एक माल्ट व्हिस्की हो सकती है (सिर्फ माल्ट से बनाई गई) या ब्लेंडेड व्हिस्की हो सकती है (अन्य दानेदार अनाज के साथ मिश्रण की गई). स्कॉच व्हिस्की का चार प्रक
रम (Rum)
रम मुख्य रूप से गन्ने के रस जिसे गुड़ कहते हैं, से बनाई जाती है। गुड़ को रम में आसुत किया जाता है।
रम एक प्रमुख मदिरा है जो शराब बनाने के लिए उपयोग होती है। इसका नाम "रम" स्पेनिश शब्द "ron" से आया है, जिसका अर्थ होता है "रोम"। रम का प्रमुख घटक सैकड़ों वर्षों तक मशकरा रस (sugarcane juice) का फर्मेन्टेशन (fermentation) होने और उसके बाद उसे भट्ठे (distillation) से गुजराकर निकलने वाली शराब होती है।
रम के रंग, स्वाद और गुणवत्ता विभिन्न प्रकार के रम के आधार पर भिन्न होते हैं। जीनके प्रमुख क्षेत्र में रम उत्पादन किया जाता है, वे शामिल हैं: क्यूबा, जमैका, प्यूर्टो रिको, दोमिनिकन गणराज्य, बहामास, इंडोनेशिया, मॉरीशस और भारतीय महासागर के कुछ आइलैंड।
रम विविधताओं में उपयोग हो सकती है, जैसे कॉकटेल्स, मिक्स्ड ड्रिंक्स या सीधी पीने के लिए। इसके अलावा, रम को कुछ खाने की वस्तुओं में भी उपयोग किया जाता है, जैसे कि रम केक, रम और रेजिन की चॉकलेट, आदि।
यह ध्यान देने योग्य है कि शराब की उपयोग करने से पहले स्थानीय कानूनों और प्राथमिकताओं का पालन करना चाहिए। सुरक्षित और मानवीय रूप से जिम्मेदारीपूर्ण रूप से मदिरा का सेवन करें, और अत्यधिक मात्रा में सेवन से बचें।
वोदका (Vodka)
वोदका (गेहूं, जौ आदि) बनाने में आलू या आलू को मैश कर लें। अनाज मैश किण्वित और आसुत है ,वोदका (Vodka) एक प्रकार की रूसी शराब है जो मुख्यतः अन्नदाता अर्थात सिरका, अनाज या आलू से बनाई जाती है। वोदका को साधारणतः उद्योग में शुद्ध किया जाता है ताकि इसकी स्वाद और गंध मिट जाए और एक शुद्ध, निरर्थक और नेचुरल पदार्थ बन जाए।
वोदका को अन्य शराबों के मुकाबले अधिक शुद्ध माना जाता है और इसका आकर्षण इसकी अनिश्चित रसायनिक गुणवत्ता और गंधविशेषता पर निर्भर करता है। वोदका का स्वाद अल्पता का प्रतीक होता है, और इसका गंध और आरोमा भी हल्का होता है जिसे अक्सर शराबों की तुलना में कम विश्वसनीयता के साथ वर्णित किया जाता है।
वोदका की उपयोगिता उसकी पावर और ताजगी में होती है। यह अनेक मिक्सड्रिंक्स और कॉकटेल्स का मुख्य घटक रही है, क्योंकि इसकी अल्कोहल मात्रा अन्य बेवरेज़ के मुकाबले सामान्यतः अधिक होती है
जिन (Gin)
यह एक डिस्टिल्ड स्पिरिट है जिसका स्वाद काफी अलग होता है। जिन बनाने के लिए जुनिपर बेरीज को पहले ग्रेन मैश में आसवित किया जाता है, फिर बोटैनिकल और जुनिपर बेरीज के साथ फिर से आसवित किया जाता है।
जिन (Gin) एक अल्कोहोलिक ड्रिंक है जो जुनिपर बेरीज़ को मुख्यतः आधार बनाती है। जिन को उद्योग में बनाने के लिए वनस्पति मदों का उपयोग किया जाता है, जो कि उसे विशेष रूप से स्वादिष्ट और विशेषताओं से भर देते हैं।
जिन की मुख्यतः विशेषता जुनिपर बेरीज़ होती है, जो इसे एक खास फ्लेवर और आरोमा प्रदान करती है। जिन बनाने के लिए, जुनिपर बेरीज़ के अलावा विभिन्न बायोटिकल इंग्रीडिएंट्स और बोटानिकल्स भी उपयोग किए जा सकते हैं, जैसे कि कोरियांडर सीड, नींबू चिल्ली, नागरमोथा, खाड़क संतरा, कासिया, इलायची, आदि।
जिन के प्रकार में कुछ प्रमुख शामिल हैं:
लंदन ड्राई जिन (London Dry Gin): यह जिन की सबसे प्रसिद्ध और परंपरागत श्रेणी है। इसमें विशेषतः जुनिपर और कोरियांडर का प्रभाव पाया जाता है, और यह खुद को नेचुरल और फ्लेवर्ड को शुद्ध बताता है।
प्लाई (Plymouth): यह एक अन्य प्रकार की जिन है, जो एक खास स्थानीय
टकीला (Tequila)
टकीला की उत्पत्ति मेक्सिको में हुई, इसे ब्लू एगेव पौधे के आसवन द्वारा बनाया गया है जो केवल मेक्सिको में पाया जाता है। टकीला (Tequila) मेक्सिको से उत्पन्न होने वाली एक प्रकार की शराब है। यह विशेष रूप से अगावे पौधे के रस के जगहीत किए जाने के आधार पर बनाई जाती है। टकीला के लिए उपयोग किए जाने वाले अगावे पौधे को तालबद्ध करके पानी निकाला जाता है और फिर उसे फर्शन में या उबलते पानी के साथ बनाया जाता है। टकीला को आमतौर पर वाइट टकीला (Blanco), रेपोसाडो (Reposado), और आनेजो (Añejo) तीन विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है, जो इसके पकावत और पकावत के समय की अवधि के आधार पर होती है।
वाइट टकीला (Blanco): यह टकीला सबसे अच्छी तरह से पकी हुई नहीं होती है और इसे आमतौर पर दो महीने तक पकाया जाता है। इसका स्वाद स्वच्छ, फ्रेश और एलाकृत होता है।
रेपोसाडो (Reposado): रेपोसाडो टकीला को आमतौर पर बारिक़ होने के लिए कम से कम दो महीने तक पकाया जाता है। इसके धातु के पेय से, जैसे कि ओक, ज़ीब्रो, या महोगनी, के प्रभाव से उसे एक विशेष फ्लेवर प्रोफ़ाइ