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इस एक्सप्रेसवे पर खर्च होंगे 10300 करोड़, सीएम ने कर दी घोसणा 

राजस्थान बजट में  यह पूरी प्रक्रिया पीडब्ल्यूडी (एनएच) जयपुर के अंतर्गत हो रही है। अब एजेंसी के निर्धारण के साथ जल्द से जल्द प्रोजेक्ट के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने का कार्य पूरा हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट में जालोर के भविष्य से जुड़ा अहम प्रोजेक्ट जालोर-झालावाड़ ग्रीन एक्सप्रेस वे भी शामिल है। जो जालोर जिले की इकॉनोमी को भविष्य में रफ्तार देने वाला है।
 
इस एक्सप्रेसवे पर खर्च होंगे 10300 करोड़, सीएम ने कर दी घोसणा

New Exspressway : राजस्थान बजट में  यह पूरी प्रक्रिया पीडब्ल्यूडी (एनएच) जयपुर के अंतर्गत हो रही है। अब एजेंसी के निर्धारण के साथ जल्द से जल्द प्रोजेक्ट के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने का कार्य पूरा हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट में जालोर के भविष्य से जुड़ा अहम प्रोजेक्ट जालोर-झालावाड़ ग्रीन एक्सप्रेस वे भी शामिल है। जो जालोर जिले की इकॉनोमी को भविष्य में रफ्तार देने वाला है। 

बता दें टैंडर प्रक्रिया 5 सितंबर से शुरू की गई थी और डिटेल रिपोर्ट में प्रोजेक्ट कॉस्ट का आंकलन हो पाएगा। हालांकि प्रारंभिक आंकलन में यह महत्वपूर्ण प्राजेक्ट 10 हजार 300 करोड़ रुपए का आंका गया है। जालोर-झालावाड़ एक्सप्रेस वे जालोर जिले के पास से होकर गुजर रहे अमृतसर-जामनगर इकॉनोमी कोरिडोर से जुड़ेगा। इसी तरह यह एक्सप्रेस वे झालावाड़ के निकट दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे से जुड़ेगा।
 
मुख्यमंत्री बजट घोषणा में प्रदेश के 8 एक्सप्रेस घोषित किए गए। इन 8 एक्सप्रेस वे के लिए डीपीआर बनने वाली है। बजट घोषणा के अनुसार ये प्रोजेक्ट है, जिनकी डीपीआर बनेगी। जालोर में बेहतर रोड कनेक्टिविटी नहीं है, सिरोही तक से नेशनल हाइवे से जुड़ाव नहीं है। जिसका सबसे बड़ा नुकसान जालोर के ग्रेनाइट उद्योग, अनार मंडी, एग्रो प्रोडक्ट से जुड़े व्यापारियों को हो रहा है। 

भविष्य में ग्रीन फिल्ड एक्सप्रेस वे का प्रोजेक्ट धरातल पर साकार हो जाता है तो जालोर के विकास को रफ्तार मिलेगी। ग्रेनाइट उद्योग के लिए तो यह अहम प्रोजेक्ट है। भारत माला और दिल्ली-मुंबई कोरिडोर से इस प्रोजेक्ट को जुड़ाव होता है ता ग्रेनाइट को देश के हर कोने तक पहुंचाना आसान हो जाएगा। वहीं देश के हर कोने से व्यापारी जालोर तक आसानी से पहुंच भी सकेंगे।