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मुकंदरा टाइगर रिजर्व के नीचे बनी 8-लेन टनल, निर्माण का काम पूरा

राजस्थान के कोटा जिले में मुकंदरा टाइगर रिजर्व के नीचे बनाई जा रही 8-लेन टनल का निर्माण कार्य अब अपने अंतिम चरण में है। हाल ही में इस टनल के दोनों सिरे आपस में मिल गए, जिससे इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की एक और बड़ी उपलब्धि हासिल हुई। इस टनल की खुदाई का काम अब पूरा हो चुका है, और इसके बाद इंजीनियरों और कर्मचारियों ने खुशी से झूमते हुए ब्रेकथ्रू सेरेमनी मनाई। यह टनल दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे हाईवे से सीधे जुड़ने वाली है, जो आने वाले समय में यात्रा को और अधिक सुगम और सुरक्षित बनाएगा।
 
मुकंदरा टाइगर रिजर्व के नीचे बनी 8-लेन टनल, निर्माण का काम पूरा

first 8-lane tunnel : राजस्थान के कोटा जिले में मुकंदरा टाइगर रिजर्व के नीचे बनाई जा रही 8-लेन टनल का निर्माण कार्य अब अपने अंतिम चरण में है। हाल ही में इस टनल के दोनों सिरे आपस में मिल गए, जिससे इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की एक और बड़ी उपलब्धि हासिल हुई। इस टनल की खुदाई का काम अब पूरा हो चुका है, और इसके बाद इंजीनियरों और कर्मचारियों ने खुशी से झूमते हुए ब्रेकथ्रू सेरेमनी मनाई। यह टनल दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे हाईवे से सीधे जुड़ने वाली है, जो आने वाले समय में यात्रा को और अधिक सुगम और सुरक्षित बनाएगा।

यह टनल देश की पहली 8-लेन टनल होगी, जिसे 1200 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। इसके भीतर कुल 4.9 किलोमीटर की अंडरपास टनल बनाई जाएगी। यह टनल विशेष रूप से साउंड प्रूफ और वाटरप्रूफ होगी, जिससे इसमें से गुजरने वाले वाहनों का शोर और जलप्रवाह किसी भी प्रकार के वन्यजीवों को प्रभावित नहीं करेगा। इसे ऑस्ट्रेलिया की नई तकनीक से तैयार किया जा रहा है और इसमें सेंसर की सुविधा भी होगी।

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का महत्व

इस टनल के पूरा होने के बाद, यह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से सीधे जुड़ जाएगी। इस हाईवे की कुल लंबाई 1350 किलोमीटर है और इसे केंद्र सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट के तौर पर देखा जा रहा है। इस एक्सप्रेस-वे के जरिए दिल्ली से मुंबई तक का सफर अब केवल 12 घंटे में तय किया जा सकेगा, जो पहले कई घंटों तक चलने वाला था।

कोटा का हाईवे से जुड़ाव

कोटा, जो पहले दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से नहीं जुड़ा था, अब इस टनल के पूरा होने के बाद सीधा कनेक्टिविटी प्राप्त करेगा। गोपालपुरा माता मंदिर के पास से यह हाईवे दिल्ली की ओर जाएगा, और मुकंदरा टाइगर रिजर्व के पहाड़ी क्षेत्र के नीचे से गुजरते हुए दोनों शहरों के बीच यात्रा को और भी आसान बना देगा।

क्या इसका प्रभाव होगा?

इस टनल के निर्माण से न केवल यात्रियों को लाभ मिलेगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास में भी तेजी आएगी। इसका मुख्य प्रभाव पर्यटन, व्यापार और आर्थिक गतिविधियों पर पड़ेगा। साथ ही, यह क्षेत्र में स्थित वन्यजीवों और प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा में भी मददगार साबित होगा, क्योंकि टनल के डिजाइन में ग्रीन कॉरिडोर को ध्यान में रखा गया है।