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इस एक्सप्रेसवे के बनते ही दिल्ली से कटरा की दूरी रह जाएगी इतनी, सफर होगा सुहाना 

कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे पर बहादुरगढ़ के निलोठी गांव से कटरा तक बन रहे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे को शुक्रवार को ट्रायल के लिए खोल दिया गया है। धार्मिक और आर्थिक महत्व के इस हाईवे की कुल लंबाई 670 किलोमीटर है। फिलहाल इसे हरियाणा-पंजाब सीमा पर खनौरी बॉर्डर तक खोला गया है। हालांकि, एनएचएआई की ओर से टोल एजेंसी अलॉट होने के बाद ही इसका औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त-2022 में दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था। पहला चरण मार्च-2024 तक पूरा होना था, लेकिन इसमें देरी हो गई। 
 
इस एक्सप्रेसवे के बनते ही दिल्ली से कटरा की दूरी रह जाएगी इतनी, सफर होगा सुहाना

Delhi to Katra : कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे पर बहादुरगढ़ के निलोठी गांव से कटरा तक बन रहे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे को शुक्रवार को ट्रायल के लिए खोल दिया गया है। धार्मिक और आर्थिक महत्व के इस हाईवे की कुल लंबाई 670 किलोमीटर है। फिलहाल इसे हरियाणा-पंजाब सीमा पर खनौरी बॉर्डर तक खोला गया है। हालांकि, एनएचएआई की ओर से टोल एजेंसी अलॉट होने के बाद ही इसका औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त-2022 में दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था। पहला चरण मार्च-2024 तक पूरा होना था, लेकिन इसमें देरी हो गई। 

इस हाईवे के पूरा बनने के बाद कटरा जाने के लिए कठुआ और जम्मू नहीं जाना पड़ेगा। इस महत्वपूर्ण परियोजना के पूरा होने के बाद दिल्ली से पंजाब और जम्मू-कश्मीर के साथ ही माता वैष्णो देवी जाने वाले श्रद्धालुओं का समय और पैसा बचेगा।इस हाईवे को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के हिसाब से डिजाइन किया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे को फिलहाल चार लेन का बनाया जा रहा है, लेकिन भविष्य में इसे 8 लेन का बनाने के लिए दोनों लेन के बीच 20 मीटर की जगह खाली छोड़ी गई है। अभी सड़क मार्ग से दिल्ली और कटरा के बीच की दूरी 727 किलोमीटर है। यह एक्सप्रेसवे इस दूरी को 58 किलोमीटर कम कर देगा। 

इतना ही नहीं, करीब 670 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे के जरिए दिल्ली से अमृतसर 4 घंटे में और दिल्ली से कटरा 6 घंटे में पहुंचा जा सकेगा। कटरा एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद एनएच-44 पर ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा। दिल्ली से चंडीगढ़, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के लिए एक नया रूट उपलब्ध हो जाएगा। हरियाणा में इसकी शुरुआत बहादुरगढ़ के निलोठी गांव से होगी। 

फिर यह रोहतक, सोनीपत, जींद, करनाल और कैथल से गुजरेगा, जबकि पंजाब में यह एक्सप्रेसवे पटियाला, संगरूर, मलेरकोटला, लुधियाना, जालंधर, कपूरथला, तरनतारन, अमृतसर और गुरदासपुर होते हुए जम्मू की ओर बढ़ेगा।मुख्य एक्सप्रेसवे 570 किलोमीटर लंबा है। बहादुरगढ़ के निलोठी से पंजाब के गुरदासपुर तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे 398 किलोमीटर लंबा होगा। फिर गुरदासपुर से कटरा तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे 172 किलोमीटर लंबा होगा। नकोदर के पास ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे दो हिस्सों में बंट जाएगा। 

एक हिस्सा अमृतसर और दूसरा सीधा कटरा जाएगा। इसके साथ ही नकोदर से अमृतसर तक ग्रीनफील्ड का सफर 99 किलोमीटर का होगा।पूरे हाईवे पर आपातकालीन सहायता के लिए एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड, ट्रॉमा सेंटर और ट्रैफिक पुलिस की टीमें भी 24 घंटे मौजूद रहेंगी।