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भिवानी में बिजली विभाग की टीम पर हमला! डिफाल्टिंग बिलों की वसूली के दौरान हुआ हंगामा

हरियाणा के भिवानी जिले में एक गंभीर घटना सामने आई है, जहां बिजली विभाग की टीम पर डिफाल्टिंग बिलों की वसूली के दौरान हमला किया गया। जुई कलां पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत यह घटना घटी, जिसमें बिजली विभाग के कर्मचारियों को हिंसा का शिकार होना पड़ा। यह मामला चर्चा का विषय बन चुका है और अब तक सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल हो चुका है।
 
Haryana Bijli Vibhag

Haryana Bijli Vibhag: हरियाणा के भिवानी जिले में एक गंभीर घटना सामने आई है, जहां बिजली विभाग की टीम पर डिफाल्टिंग बिलों की वसूली के दौरान हमला किया गया। जुई कलां पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत यह घटना घटी, जिसमें बिजली विभाग के कर्मचारियों को हिंसा का शिकार होना पड़ा। यह मामला चर्चा का विषय बन चुका है और अब तक सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल हो चुका है।

दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (DHBVN) की एक टीम डिफाल्टिंग बिलों की रिकवरी के लिए गांव भानगढ़ के खेतों में पहुंची थी। टीम में AFM देवराज, संदीप ALM, सचिन लाइनमैन समेत अन्य कर्मचारी शामिल थे। टीम ने जब वहां मौजूद व्यक्ति से बिजली बिल मांगा तो उसने दोनों बिल देने से इनकार कर दिया।

इस बीच, जब बिजली विभाग के कर्मचारियों ने वहां पर मौजूद एक गैर-कानूनी कैपेस्टर (Illegal Capacitor) को हटाने की कोशिश की और वीडियोग्राफी करने की कोशिश की, तो आरोपियों ने इस पर गुस्सा जताया और मामला बिगड़ गया।

आरोपियों ने पहले तो कर्मचारियों से बदतमीजी की, फिर एक अन्य व्यक्ति को बुलाकर AFM देवराज पर ईंट से हमला किया। इसके बाद, तीन से चार लोग दौड़कर कर्मचारियों पर हमला करने लगे और जान से मारने की धमकी भी दी।

दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के SDO सुनील कुमार ने इस घटना की शिकायत जुई थाना में दर्ज करवाई। पुलिस ने घटना के गंभीर होने को देखते हुए जांच शुरू की और आरोपियों की पहचान की। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद, पुलिस ने एक नामजद आरोपी समेत तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया।

पुलिस ने जांच अधिकारी नफे सिंह के नेतृत्व में पूरी घटना की जांच की है, और सभी गवाहों से बयान दर्ज किए गए हैं। इस घटना के वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। जहां कुछ लोग बिजली कर्मचारियों के समर्थन में आ रहे हैं, वहीं कुछ लोग डिफॉल्टर्स का बचाव करते हुए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की आलोचना कर रहे हैं।