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बिहार को मिली 2 नई सड़कों की मंजूरी, भीषण जाम से यात्रियों को मिलेगी मुक्ति 

बिहार की जनता को केंद्र सरकार की तरफ से 6 लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे निर्माण को केंद्र सरकार के तहत मंजूरी मिल चुकी है। इस परियोजना का कार्य केंद्र सरकार जल्द हु शुरू करनें वाली हैं। केंद्र सरकार ने बताया की इस परियोजना को यात्री को बड़ी राहत मिलेगी उन्हें सफर में जाम से मुक्ति मिलेगी। 
 
बिहार को मिली 2 नई सड़कों की मंजूरी, भीषण जाम से यात्रियों को मिलेगी मुक्ति 

New Expressway in Bihar: बिहार की जनता को केंद्र सरकार की तरफ से 6 लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे निर्माण को केंद्र सरकार के तहत मंजूरी मिल चुकी है। इस परियोजना का कार्य केंद्र सरकार जल्द हु शुरू करनें वाली हैं। केंद्र सरकार ने बताया की इस परियोजना को यात्री को बड़ी राहत मिलेगी उन्हें सफर में जाम से मुक्ति मिलेगी। 

इसके निर्माण से जिले के विकास को नई गति मिलेगी.ये दोनों ही सड़कें भारतमाला परियोजना के तहत प्रस्तावित हैं. इन दोनों सड़कों के बनने से जिले को सीधा लाभ मिलेगा. जानकारी मिली है कि रक्सौल से हल्दिया एक्सप्रेस-वे ताजपुर से मुसरीघरारी और दलसिंहसराय होते हुए गुजरेगा. वहीं दूसरी ओर हसनपुर से रोसड़ा, विभूतिपुर, उजियारपुर, सरायरंजन होते हुए पूर्णिया एक्सप्रेस-वे निकलेगा.विभागीय स्तर पर दोनों को लेकर कार्य शुरू कर दिया गया है. अब भूमि अधिग्रहण की दिशा में काम आगे बढ़ रहा है. 

बता दें कि इससे पूर्व ही जिले में अमस दरभंगा एक्सप्रेस-वे निर्माणाधीन है. इन सभी सड़कों का निर्माण भी भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है. इस निर्माण कार्य पूरा होने से जिले के लोगों को आवागमन में आसानी होगी. दरभंगा हवाई अड्डे से लेकर पूर्णिया, पटना और कलकत्ता जाने में समय की बहुत बचत होगी.जानकारी के मुताबिक पटना-पूर्णिया सड़क बनने से समस्तीपुर से पटना और सीमांचल का सफर और आसान हो जाएगा. अभी पटना जाने में 3-4 घंटे का समय लगता है. जबकि नई सड़क बनने से यह दूरी घटकर मात्र 2 घंटे रह जाएगी. वहीं रक्सौल-हल्दिया कॉरिडोर जिले को पूर्वी भारत के व्यापारिक बंदरगाह हल्दिया से जोड़ेगा. 

रक्सौल-हल्दिया मार्ग भारत-नेपाल व्यापार के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण कॉरिडोर होगा. इसके निर्माण से व्यापारियों, ट्रांसपोर्टरों और किसानों को सीधे लाभ होगा. इसके बाद जिले में गोदाम, परिवहन, होटल और लाजिस्टिक्स जैसी सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा.सड़क निर्माण के बाद वाणिज्यिक गतिविधियों में जिले के युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे. बेहतर संपर्क व्यवस्था के कारण निजी क्षेत्र के निवेश की संभावना भी बढ़ेगी. बता दें कि यह जिला कृषि प्रधान है. यहां के सब्जी, मसाला, फल व अन्य उत्पादों को सड़क मार्ग से अब तेजी से कलकत्ता के बाजारों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी और किसानों को भी इससे बेहतर दाम मिलेंगे.