Buxar Highway Projects: 2024 में बदल जाएगी बक्सर की तस्वीर, बनेंगे 2 नए हाईवे; इन जिलों से कनेक्टिविटी बेहतर होगी
Buxar Highway Projects: जिले से गुजरने वाले चार राष्ट्रीय राजमार्गों का काम दो अलग-अलग एजेंसियों के माध्यम से किया जा रहा है। इनमें से तीन राजमार्गों का विकास कार्यान्वयनाधीन है। प्रत्येक राष्ट्रीय राजमार्ग केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की जिम्मेदारी है। यह मंत्रालय दो एजेंसियों के माध्यम से राजमार्गों की देखरेख करता है। पटना-बक्सर एनएच 922 का काम भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण देख रहा है.
वर्ष 2024 बक्सर जिले की सड़कों के लिए नई संभावनाओं का वर्ष होने वाला है। इस साल जिले की कई सड़कों की सूरत पूरी तरह बदल जाएगी, वहीं नए हाईवे की सौगात भी मिलने वाली है। अकेले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर जिले के लिए दो नए फोरलेन हाईवे का काम अगले साल तेज हो जाएगा। इसके अलावा, बक्सर-मोहनिया राजमार्ग का चौड़ीकरण और बक्सर शहर के बाहर से चार लेन बाइपास का निर्माण भी शुरू होने की संभावना है.
पुराने भोजपुर-डुमरांव-बिक्रमगंज-नासरीगंज-दाउदनगर-गया-बिहारशरीफ राजमार्ग का भी चौड़ीकरण होगा और डुमरांव शहर के बाहर बाइपास सड़क का काम भी शुरू होने की संभावना है. इसी तरह आशा पड़री-नियाजीपुर-गंगौली पथ के चौड़ीकरण से दियारा क्षेत्र से उत्तर प्रदेश तक आवागमन में सुविधा होगी. नये साल में चौसा-कोचस स्टेट हाइवे की हालत भी सुधरने की उम्मीद है. वहीं, सड़क विहीन छोटे शहरों और गांवों को ग्रामीण कार्य विभाग के माध्यम से पक्की सड़कें मिलने की उम्मीद है.
नेशनल हाईवे का काम देख रही दो एजेंसियां
जिले से गुजरने वाले चार राष्ट्रीय राजमार्गों का काम दो अलग-अलग एजेंसियों के माध्यम से किया जा रहा है। इनमें से तीन राजमार्गों का विकास कार्यान्वयनाधीन है। प्रत्येक राष्ट्रीय राजमार्ग केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की जिम्मेदारी है। यह मंत्रालय दो एजेंसियों के माध्यम से राजमार्गों की देखरेख करता है। पटना-बक्सर एनएच 922 का काम भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण देख रहा है. इसी तरह पुराना भोजपुर-डुमरांव-दाउदनगर एनएच-120 और बक्सर-चौसा-मोहनिया एनएच-319ए राज्य सरकार के पथ निर्माण विभाग की देखरेख में है.
एनएच 319ए का दो खंडों में विकास
एनएच 319ए को दो खंडों में विकसित किया जा रहा है। मोहनिया से चौसा तक 45 किलोमीटर का खंड दो लेन सड़क के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसी एनएच के दूसरे खंड में चौसा से बक्सर के बीच फोर लेन सड़क का निर्माण होना है. यह सड़क बक्सर शहर के दक्षिण से होकर गुजरेगी, लालगंज के सामने बक्सर-इटाढ़ी रोड को पार करेगी और कथकौली गांव के पास पटना-बक्सर NH-922 से मिलेगी।
निर्माण पूरा होने पर पटना, बिक्रमगंज, दिनारा, कोचस और मोहनिया की ओर से आने-जाने वाले वाहन बिना बक्सर शहर में प्रवेश किये ही आगे की यात्रा कर सकेंगे. इससे बक्सर शहर में ट्रैफिक की समस्या काफी हद तक दूर हो जायेगी. इससे वाहनों के ईंधन और समय की भी बचत होगी। इस खंड का निर्माण करने वाली एजेंसी का चयन होना बाकी है। योजना टेंडर की प्रक्रिया में है. एनएच 922 को हैदराबाद तक बढ़ाया जाएगा एनएच 922 को अब पटना से आरा होते हुए बक्सर तक बढ़ाया जाएगा और सीधे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। इस प्रकार, NH 922 अब पटना से बक्सर होते हुए उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर जिले में हैदराबाद तक चलेगी।
बक्सर में यह एनएच गोलंबर के ठीक बाद तीन लेन के नये पुल के साथ गंगा को पार करेगा. गंगा पर पहले से मौजूद दो पुलों के अलावा यह बक्सर में तीसरा पुल होगा। इस योजना के लिए निविदाएं भी प्रकाशित कर दी गयी हैं. इसके लिए एनएचएआई निर्माण एजेंसी के चयन की प्रक्रिया में है। सड़क का निर्माण एक नए मार्ग पर किया जा रहा है, जो मौजूदा बलिया-गाजीपुर राजमार्ग के उत्तर में होगा। एनएच 922 अब हैदराबाद के पास एक इंटरचेंज के जरिए सीधे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा। बक्सर से यूपी में प्रवेश करते ही बलिया-गाजीपुर हाइवे से होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर चला जाता है.
बिहटा-दानापुर के बीच बनेगा एलिवेटेड फोर लेन एजेंसी ने सड़क के पूर्वी छोर पर बिहटा से दानापुर तक एनएच 922 के शेष हिस्से को भी फोर लेन में विकसित करने की तलाश शुरू कर दी है। यह पार्ट है श्रेष्ठ बनने का। इस सेक्शन के पूरा होते ही बक्सर और पटना के बीच का सफर आसान हो जाएगा. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे बिहार और उत्तर प्रदेश के बीच कनेक्टिविटी में भी सुधार करेगा।
2023 भी बेहतर था
2023 में, बक्सर को गंगा पर दूसरा दो लेन पुल मिला। इसके बाद बक्सर से उत्तर प्रदेश की ओर आवागमन बहाल हो गया क्योंकि पुराना पुल पिछले सात-आठ वर्षों से बंद था. इसी तरह, बक्सर-पटना एनएच 922 को बक्सर से बिहटा के पास तक चार लेन राजमार्ग के रूप में विकसित किया जा सकता है। इससे पटना का सफर काफी आसान हो गया है. इसी तरह, इटाढ़ी-धनसोईन सड़क के चौड़ीकरण ने बक्सर और दिनारा के बीच यात्रा को आसान बना दिया है। उत्तर प्रदेश सीमा में चौसा के पास कर्मनाशा नदी पर बने पुल की मरम्मत कर भारी वाहनों का परिचालन बहाल कर दिया गया है.
