कोटा कोचिंग के नियमों मे बदलाव! अब 10वीं से पहले नहीं ले सकेंगे एडमिशन, जाने क्यों..
Kota Coaching New Guidelines: इंजीनियरिंग और मेडिकल कोचिंग का हब कहे जाने वाले कोटा में अब छात्र 10वीं क्लास से पहले कोचिंग नहीं ले सकेंगे. जिलाधिकारी ने कोचिंग संस्थानों के लिए शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी नये दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है. इसमें 16 साल से कम उम्र के छात्रों को कोचिंग संस्थानों में दाखिला न देने और अच्छे अंक या रैंक की गारंटी जैसे भ्रामक वादे न करने का भी निर्देश दिया गया है।
कोचिंग सेंटर ( Coaching Center ) के नियमों में पहले उल्लंघन के लिए 25,000 रुपये, दूसरे के लिए 1 लाख रुपये और तीसरे अपराध के लिए पंजीकरण रद्द करने का भारी जुर्माना है। इसके अलावा कक्षाएं केवल 5 घंटे ही चलेंगी। कोटा में कोचिंग संस्थानों के लिए जारी गाइडलाइन की पालना के लिए जिला कलेक्टर ने 19 सदस्यीय टीम का भी गठन किया है.
निर्देशों का पालन नहीं करने पर कार्रवाई की जायेगी
कोटा में कोचिंग संस्थानों को कलेक्टर द्वारा दिए गए इन सभी निर्देशों का पालन करना आवश्यक है. अगर वे इसका पालन नहीं करते हैं तो प्रशासन उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सकता है. इसके लिए गठित 19 सदस्यीय टीम कोचिंग संस्थानों पर कड़ी नजर रखेगी. प्रशासन ने यह फैसला छात्र हित में लिया है। पिछले कुछ सालों में कोटा में छात्रों के आत्महत्या और लापता होने के मामले काफी बढ़े हैं. इन्हें रोकने के लिए प्रशासन हर संभव कदम उठाता है.
एसपी डॉ. अरुण कुमार चाय पर बात करने पहुंचे। अमृता दुहन
कोचिंग छात्रों की समस्याओं को जानने और उनका समाधान करने के लिए प्रशासन की टीम छात्रों से संपर्क बनाए रखती है. हाल ही में जिले के नये एसपी डाॅ. अमृता दुहन बच्चों से बात करने चाय की दुकान पर पहुंचीं। चाय की मेज पर कई छात्र मौजूद थे. एसपी ने उनसे बात की, उनका हालचाल पूछा और उन्हें अपना फोन नंबर दिया। वह अक्सर रात में कोचिंग एरिया का चक्कर लगाती भी नजर आती हैं।
ठगों के छक्के छुड़ाती महिला कमांडो
इसके अलावा कोटा में लड़कियों की सुरक्षा के लिए कई उचित कदम उठाए जा रहे हैं. कोटा में महिला कमांडो की एक टीम मनचलों पर नजर रखती है. अगर कोई छेड़छाड़ करने की कोशिश करता है तो महिला कमांडो उसे तुरंत हिरासत में ले लेती हैं. इस साल की शुरुआत में कोटा में चार छात्रों ने आत्महत्या कर ली और कई लापता हो गए।