Khelorajasthan

राजस्थान में ठंड का कहर शुरू इन जिलों का कम हुआ पारा, देखें आज के मौसम की पूरी जानकारी 

उत्तर-पश्चिम राजस्थान के जिलों में तापमान रात में 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज होने लगा है। हिल स्टेशन माउंट आबू में रात का तापमान 12 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया। जयपुर, जैसलमेर, बाड़ मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि राजस्थान में 7-8 नवंबर मौसम शुष्क रहने की संभावना है। तापमान में मामूली गिरावट हो सकती है। 
 
राजस्थान में ठंड का कहर शुरू इन जिलों का कम हुआ पारा, देखें आज के मौसम की पूरी जानकारी

Rajatshan Weather Update : उत्तर-पश्चिम राजस्थान के जिलों में तापमान रात में 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज होने लगा है। हिल स्टेशन माउंट आबू में रात का तापमान 12 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया। जयपुर, जैसलमेर, बाड़ मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि राजस्थान में 7-8 नवंबर मौसम शुष्क रहने की संभावना है। तापमान में मामूली गिरावट हो सकती है। 

हालांकि सर्दियों की शुरुआत होने में अभी 8-10 दिन या उससे ज्यादा समय और लग सकता है।पिछले 24 घंटे के दौरान सबसे अधिक तापमान 38 डिग्री सेल्सियस बाड़मेर में दर्ज हुआ। जैसलमेर में 37.2, धौलपुर में 36.7, गंगानगर में 36.2, बीकानेर में 36.6, फलौदी में 35.8, चूरू में 35.4, जोधपुर में 35.4 और जयपुर में अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक पाकिस्तान-राजस्थान की सीमा पर एक एंटी साइक्लोन बना हुआ है, जिसके कारण राज्य के पश्चिमी जिलों में अगले दो-तीन दिन टेम्प्रेचर 35 से 38 डिग्री सेल्सियस के बीच ही रहेगा और पूरी तरह शुष्क बना रहेगा। रात में हिल स्टेशन माउंट आबू में ठंडक बढ़ गई। यहां रात का मिनिमम टेम्प्रेचर 11.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। 

शेखावाटी अंचल के सीकर में भी रात में ठंडक थोड़ी बढ़ गई, यहां का मिनिमम टेम्प्रेचर 15.2 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 17.3, गंगानगर में 16.8, हनुमानगढ़ में 14.2 और पिलानी में 18.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।धौलपुर, करौली, बारां, उदयपुर, जोधपुर, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, अजमेर, अलवर, जालौर और सिरोही में भी रात का मिनिमम टेम्प्रेचर 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया। 

राजधानी जयपुर और कोटा में मिनिमम टेम्प्रेचर 20 डिग्री सेल्सियस और जैसलमेर, बाड़मेर में 21 से 22 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज होने लगा है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक अभी जो उत्तर वेस्टर्न डिर्स्टबेंस आ रहे है उनकी ऊंचाई ज्यादा होने के कारण बारिश, बर्फबारी हिमालय के पहाड़ों पर नहीं हो रही है। लेकिन नवंबर के दूसरे सप्ताह से इन वेस्टर्न डिर्स्टबेंस की दिशा दक्षिण की तरफ हो जाएगी, जिससे इनका प्रभाव जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल, पंजाब, उत्तराखंड के एरिया में पड़ने लगेगा। इससे इन एरिया में बारिश-बर्फबारी का दौर शुरू होगा। इसके बाद से राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत तमाम मैदानी राज्यों में टेम्प्रेचर गिरेंगे और तेज सर्दी की शुरूआत होगी।