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RAS परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले अपराधी गिरफ्तार, आज होगी कड़ी कार्यवाही 

राजस्थान प्रशासन ने RAS प्री परीक्षा 2024 में गड़बड़ी के मामले में सख्त कदम उठाया है। झुंझुनूं जिले के सरस्वती स्कूल, बलवंतपुरा के एक परीक्षा केंद्र पर पेपर लिफाफा पहले से खुला मिलने की घटना ने हंगामे को जन्म दिया था। इसके बाद, प्रशासन ने इस परीक्षा केंद्र को ब्लैकलिस्ट कर दिया और संबंधित परीक्षार्थियों के खिलाफ कार्रवाई की। इसके साथ ही 9 परीक्षार्थियों को एक साल के लिए परीक्षा से डीबार कर दिया गया।
 
RAS परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले अपराधी गिरफ्तार, आज होगी कड़ी कार्यवाही 

Rajasthan News : राजस्थान प्रशासन ने RAS प्री परीक्षा 2024 में गड़बड़ी के मामले में सख्त कदम उठाया है। झुंझुनूं जिले के सरस्वती स्कूल, बलवंतपुरा के एक परीक्षा केंद्र पर पेपर लिफाफा पहले से खुला मिलने की घटना ने हंगामे को जन्म दिया था। इसके बाद, प्रशासन ने इस परीक्षा केंद्र को ब्लैकलिस्ट कर दिया और संबंधित परीक्षार्थियों के खिलाफ कार्रवाई की। इसके साथ ही 9 परीक्षार्थियों को एक साल के लिए परीक्षा से डीबार कर दिया गया।

पेपर लीक की आशंका पर हुआ था हंगामा

RAS प्री परीक्षा 2024 2 फरवरी को राजस्थान के 41 जिलों में 2,000 से अधिक परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी। लेकिन झुंझुनूं जिले के सरस्वती स्कूल, बलवंतपुरा के कक्ष संख्या 57 में एक गंभीर गड़बड़ी सामने आई। यहां, परीक्षा के लिए लाया गया पेपर लिफाफा पहले से ही खुला मिला। इस पर 9 परीक्षार्थियों ने परीक्षा का बहिष्कार किया और अपनी शिकायत दर्ज कराई, जिससे हंगामा मच गया।

जांच के बाद कड़ा फैसला

झुंझुनूं कलेक्टर रामावतार मीणा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच के आदेश दिए। इसके बाद RPSC सचिव ने भी इस मामले की सुनवाई की। जांच में यह सामने आया कि परीक्षा के पॉली पैक को परीक्षा कक्ष में खोला जाना था, लेकिन यह कक्ष के भीतर ही खोल दिया गया था। हालांकि, सभी 24 प्रश्न पत्र पूरी तरह से सील थे और किसी भी पेपर लीक की पुष्टि नहीं हुई।

क्या कार्रवाई की गई?

जांच के बाद प्रशासन ने कड़ा फैसला लिया। सरस्वती स्कूल, बलवंतपुरा को परीक्षा केंद्रों की सूची से हटा दिया गया और इसे ब्लैकलिस्ट कर दिया गया। इसके अलावा, 9 परीक्षार्थियों को एक साल के लिए परीक्षा से डीबार कर दिया गया। प्रशासन का कहना था कि इन परीक्षार्थियों ने बेवजह सवाल उठाए और परीक्षा संचालन में बाधा उत्पन्न की, जिसके कारण उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई।

पर्यवेक्षकों के खिलाफ कार्रवाई

इस मामले में दो पर्यवेक्षकों, महेंद्र सिंह जाखड़ और राजगोपाल गोदारा के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने यह स्पष्ट किया कि इन पर्यवेक्षकों की लापरवाही के कारण परीक्षा के संचालन में गड़बड़ी हुई, और इसकी जिम्मेदारी इन पर डाली गई है।