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राजस्थान के निजी अस्पतालों में बढ़ी भीड़, पिछले 3 दिनों में आए इतने पेसेंट 

राजधानी जयपुर में  80 से ज्यादा लोग घायल हो गए. ये लोग एसएमएस हॉस्पिटल की इमरजेंसी में पहुंचे. इनमें से 6 ऐसे बच्चे जिनके आंखों में बारूद जाने या पटाखों की चिंगारी लगने से वह बुरी तरह घायल हो गए. इन बच्चों की आंखों की रोशनी भी लगभग जा चुकी है. डॉक्टर्स का कहना है कि ऑपरेशन इन बच्चों का कर दिया है
 
राजस्थान के निजी अस्पतालों में बढ़ी भीड़, पिछले 3 दिनों में आए इतने पेसेंट

Rajasthan News: राजधानी जयपुर में  80 से ज्यादा लोग घायल हो गए. ये लोग एसएमएस हॉस्पिटल की इमरजेंसी में पहुंचे. इनमें से 6 ऐसे बच्चे जिनके आंखों में बारूद जाने या पटाखों की चिंगारी लगने से वह बुरी तरह घायल हो गए. इन बच्चों की आंखों की रोशनी भी लगभग जा चुकी है. डॉक्टर्स का कहना है कि ऑपरेशन इन बच्चों का कर दिया है

 लेकिन रोशनी वापस आने की संभावना 10 फीसदी से भी कम है.एसएमएस हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. सुशील भाटी ने बताया कि दीपावली के दिन से लेकर आज सुबह तक करीब 80 से ज्यादा मरीज इमरजेंसी में आ चुके है, जिसमें 9-10 मरीज ही ऐसे है, जिनकी स्थिति गंभीर थी और उनको भर्ती करके इलाज करना पड़ा. इसमें ज्यादातर मामले आंखों के खराब होने से संबंधित है

 जिनकी आज और कल सर्जरी की गई. एसएमएसस में ऑप्थेल्मोलॉजी डिपार्टमेंट (नेत्र रोग विभाग) के एचओडी और सीनियर प्रोफेसर डॉ. पंकज शर्मा का कहना है कि हमारे यहां 8 मरीज ऐसे थे, जिनकी आंखें पटाखे चलाने से प्रभावित हुई, जिनमें से 3 के ऑपरेशन कल किए गए, जबकि 5 के ऑपरेशन आज किए गए. आज हमारी टीम ने पूरे दिन ऑटी चालू रखकर सभी मरीजों के ऑपरेशन कंप्लीट किए है. 

डॉक्टर शर्मा ने बताया कि घायल मरीजों में सभी बच्चे है और इनकी आंखों में बारूद जाने या चिंगारी लगने से इतना ज्यादा नुकसान हुआ है कि इनमें से 6 बच्चों के विजन खत्म होने की स्थिति में है. ऑपरेशन कर दिया है, अब देखना है कि विजन (रोशनी) वापस आती है या नहीं? उन्होंने बताया कि एक बच्ची के तो दोनों आंखों में गहरी चोट लगी है, जिसका आज ऑपरेशन किया है.धौलपुर के बाड़ी एरिया की रहने वाली 19 साल की भावना दीपावली की रात पटाखे से जल गई. इससे उसके चलने का हिस्सा तो जल ही गया, साथ में दोनों आंखें भी खराब हो गई. दोनों आंखों में पटाखे से बारूद और अन्य चीजे जाने से उसकी आंखों में जबरदस्त चोट आई है. 

डॉक्टरों का कहना है कि दोनों आंखों का विजन अभी नहीं है, लेकिन ऑपरेशन करके डैमेज पार्ट को रिपेयर कर दिया है. अब भगवान से उम्मीद है कि आंखों की रोशनी बच जाए.झुंझुनूं में बुहाना के पास एक गांव का रहने वाला 8 साल के यश की आंख में गहरी चोट आई है. यश की मां ने बताया कि उसके साथ एक दूसरा लड़का खड़ा था, जो पटाखे वाली बंदूक चला रहा था. बंदूक चलाने के दौरान ही यश उसके सामने आ गया, जिससे उसकी बाईं आंख में गहरी चोट आई है.

इसी तरह अलवर के रहने वाले 7 साल के करण सिंह की दाईं आंख, नागौर के राजकुमार (10) की बाईं आंख, निवाई के अभिषेक (12) की बायीं आंख और जयपुर के चारदीवारी एरिया की रहने वाली हरिष्का (11) की दाईं आंख पटाखे जलाने के दौरान खराब हो गई, जिनकी सर्जरी की गई है.