दर्शन लाल खेड़ा को बसपा से निकाला बाहर, जानें क्या हैं पूरा मामला
Haryana News : यमुनानगर नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन और जगाधरी से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार रहे दर्शन लाल खेड़ा को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। यह कदम उनके पार्टी छोड़ने के बाद उठाया गया है, और इसके पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं। खेड़ा की राजनीति में लगातार बदलाव देखा गया है, जिसमें उन्होंने भाजपा और बसपा दोनों पार्टियों में अपनी किस्मत आजमाई, लेकिन अब उन्होंने बसपा से भी अलविदा ले लिया है।
दर्शन लाल खेड़ा ने 15 सितंबर 2019 को भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। बसपा में शामिल होना: 5 जनवरी 2024 को खेड़ा ने भाजपा को छोड़कर बसपा में शामिल हो गए थे, और उन्हें जगाधरी विधानसभा से विधायक का टिकट भी मिला था। हालांकि, वे चुनाव हार गए थे, लेकिन इस दौरान बसपा ने उन्हें पूरी तरह से समर्थन दिया था। अब पांच महीने बाद, उन्होंने बसपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और पार्टी छोड़ दी।
बसपा द्वारा निष्कासन और खेड़ा का आरोप
दर्शन लाल खेड़ा ने कहा कि विधायक चुनाव के बाद, बसपा के स्थानीय नेताओं ने उनकी अनदेखी की और उन्हें किसी भी बैठक का निमंत्रण नहीं दिया। इसके अलावा, न ही किसी ने उनका हाल-चाल पूछा। इस लगातार अनदेखी के कारण ही उन्होंने बसपा से इस्तीफा देने का फैसला लिया।
अब, दर्शन लाल खेड़ा ने स्पष्ट किया है कि वे आगामी नगर निगम चुनाव में भाजपा के सभी पार्षद प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार करेंगे। उनका यह कदम राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन चुका है, क्योंकि इससे भाजपा को एक मजबूत समर्थन मिल सकता है।
