दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का काम पूरा जल्द ही वाहन भरेंगे फराटा, देखें स्पीड लिमिट
Delhi-Dehradun Expressway : उत्तराखंड के आशारोड़ी चेक पोस्ट से यूपी के गणेशपुर तक 20 किमी का हिस्सा तैयार है। खास बात यह है कि इस सेक्शन में दोपहिया वाहन भी चल सकेंगे। हालांकि, चालकों को निर्धारित गति सीमा का पालन करना होगा। दोपहिया और भारी वाहनों के लिए अधिकतम गति सीमा 80 किमी प्रतिघंटा रहेगी। जबकि, कार के लिए 100 किमी प्रतिघंटा तय की गई है। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे की कुल दूरी 210 किमी है, जिसे चार सेक्शन में बनाया गया है।
यूपी के गणेशपुर से देहरादून की आशारोड़ी चेकपोस्ट तक इस परियोजना का चौथा सेक्शन है। पूरे एक्सप्रेस-वे का 20 किमी क्षेत्र आशारोड़ी और मोहंड के घने जंगलों के बीच से गुजरता है, जिसमें कुछ इलाका राजाजी नेशनल पार्क में भी आता है एनएचएआई के साइट इंजीनियर रोहित पंवार के अनुसार, गणेशपुर से आशारोड़ी तक यह छह लेन (थ्री लेन इच साइड) एक्सप्रेस-वे रहेगा। इस हिस्से में बरसाती नदी पर 12 किमी लंबी एलिवेटेड रोड है, जो बरसाती नदी के ऊपर बनी है। डाटकाली से आशारोड़ी तक दो एलीफेंट अंडरपास भी बनाए गए हैं। एलिवेटेड सेक्शन के नीचे वन्यजीव आसानी से विचरण कर सकेंगे।
डाटकाली में 340 मीटर की नई सुरंग एक साल पहले ही बनकर तैयार हो चुकी है। इस 20 किमी हिस्से में सिर्फ पांच किमी ही एक्सप्रेस-वे जमीन को छुएगा। बाकी 15 किमी हिस्सा एलिवेटेड रोड, पुल और अंडरपास से होकर गुजरेगा। उन्होंने बताया कि इसी 20 किमी हिस्से में दोपहिया वाहन भी चलेंगे। क्योंकि, अलग से सर्विस लेन नहीं है।
हालांकि, दोपहिया और भारी वाहनों की स्पीड 80 किमी प्रतिघंटा रहेगी। सुरंग के भीतर सभी वाहनों के लिए 40 किमी प्रतिघंटा स्पीड निर्धारित है। गणेशपुर से दिल्ली तक इस महत्वाकांक्षी एक्सप्रेस-वे पर दोपहिया वाहन प्रतिबंधित रहेंगे। यहां दोपहिया और लोकल वाहनों के लिए अलग से सर्विस लेन चालू रहेगी। गणेशपुर से बागपत तक यह एक्सप्रेस-वे 10 लेन का रहेगा, जिसमें छह लेन के मुख्य कैरेज-वे के अलावा दोनों तरफ दो-दो लेन की सर्विस रोड शामिल है।
बागपत से अक्षरधाम तक 12 लेन के एक्सप्रेस-वे में दोनों तरफ दोदो लेन सर्विस लेन रहेगी। एक्सप्रेव-वे के गणेशपुर से आशारोड़ी तक के सेक्शन-4 का काम लगभग पूरा है। यहां 12 किमी की एलिवेटेड रोड भी बनकर तैयार है। अब सड़क सुरक्षा ऑडिट का काम बाकी रह गया है। इन दिनों रोड मार्किंग और रिफ्लेक्टर का काम चल रहा है। साथ ही, साइन बोर्ड लगवाए जा रहे हैं। दिसंबर में इसे आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा। बाकी तीन सेक्शन भी जल्द खुलने की उम्मीद है।