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 कोरोना महामारी के चलते राजस्थान के बैंकों में नहीं हैं कोई सुविधा, सेनेटाइज़र्स हुए ख़त्म 

सरकार लाॅकडाउन के मद्देनजर सावधानियों को बरतने के लिए एडवाइजरी जारी कर संक्रमण से बचाने के लिए भले ही संकल्परत हो, लेकिन बैंकांे की ओर से एटीएम केन्द्रों पर संक्रमण से बचाव को लेकर बडी लापरवाही बरती जा रही है। बैंक में लेनदेन नहीं कर पाने के कारण लोग रुपए निकालने के लिए एटीएम पर जाते हैं। कोरोना महामारी में एटीएम केन्द्रों को समय-समय पर सेनेटाइज किया जाना जरूरी भले ही हो, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। 
 
 कोरोना महामारी के चलते राजस्थान के बैंकों में नहीं हैं कोई सुविधा, सेनेटाइज़र्स हुए ख़त्म

Rajatshan News : सरकार लाॅकडाउन के मद्देनजर सावधानियों को बरतने के लिए एडवाइजरी जारी कर संक्रमण से बचाने के लिए भले ही संकल्परत हो, लेकिन बैंकांे की ओर से एटीएम केन्द्रों पर संक्रमण से बचाव को लेकर बडी लापरवाही बरती जा रही है। बैंक में लेनदेन नहीं कर पाने के कारण लोग रुपए निकालने के लिए एटीएम पर जाते हैं। कोरोना महामारी में एटीएम केन्द्रों को समय-समय पर सेनेटाइज किया जाना जरूरी भले ही हो, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। 

शहर के अधिकतर एटीएम पर ना गार्ड हैं और ना ही सेनेटाइज या हाथ धुलवाने की कोई व्यवस्था।शहर में स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक आॅफ बडौदा, सिंडीकेट, ऐक्सिस, सेंट्रल बैंक आॅफ इंडिया आदि बैंकांे के 13 एटीएम हैं। भास्कर रिपोर्टर ने जब एटीएम केन्द्रों के हालातों का जायजा लिया तो जो सच सामने आया उसमें 13 एटीएम केन्द्रों में से 9 एटीएम केन्द्रों पर हाथ धुलवाने या सेनेटाइज की कोई भी व्यवस्था नहीं देखी गई। 2 एटीएम बंद पाए गए। 

साथ ही कई एटीएम केन्द्रों पर सफाई की बात तो दूर सोशल डिस्टेंसिंग भी देखने को नही मिली।शहर में स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक आॅफ बडौदा, सिंडीकेट, ऐक्सिस, सेंट्रल बैंक आॅफ इंडिया के 13 एटीएम हैं जो नई सड़क, मुख्य बाजार, नील कंठेश्वर मंदिर, कामां गेट, पुरानी अनाज मंडी, नगर रोड आदि विभिन्न स्थानों पर मौजूद हैं। जिनमें नगर रोड पेट्रोल पंप स्थित स्टेट बैंक के साथ सेंट्रल बैंक का बैंक परिसर से बाहर मौजूद एटीएम बंद पाए जाने के साथ 9 एटीएम बगैर गार्ड के देखे गए। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो जाते हैं। सुचारू पाए गए 11 एटीएम केन्द्रों में से 9 एटीएम केन्द्रों पर ना तो कोई पानी, साबुन सेनेटाइजर की व्यवस्था थी और ना ही हैंड वाॅश की। लोग सीधे एटीएम में आए और रुपए निकाल चले गए। ऐसे में एटीएम से पैसे निकालने आ रहे लोगों में संक्रमण का खतरा बना है।