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एल्विश यादव और फाजिलपुरिया पर ED की बड़ी कार्रवाई, प्रॉपर्टी की जब्त 

यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी-2 के विनर एल्विश यादव और हरियाणवी सिंगर फाजिलपुरिया पर एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने कार्रवाई की है। यह कार्रवाई सांप के जहर के अवैध व्यापार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की गई है, जिसमें उनकी संपत्तियों को उत्तर प्रदेश और हरियाणा में जब्त किया गया है।
 
एल्विश यादव और फाजिलपुरिया पर ED की बड़ी कार्रवाई, प्रॉपर्टी की जब्त 

Elvish Yadav and Fazilpuria : यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी-2 के विनर एल्विश यादव और हरियाणवी सिंगर फाजिलपुरिया पर एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने कार्रवाई की है। यह कार्रवाई सांप के जहर के अवैध व्यापार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की गई है, जिसमें उनकी संपत्तियों को उत्तर प्रदेश और हरियाणा में जब्त किया गया है।

मामला कैसे शुरू हुआ

केंद्रीय एजेंसी ने उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर पुलिस द्वारा दर्ज FIR और चार्जशीट का संज्ञान लेने के बाद मई में मामला दर्ज किया था। ED ने 5 सितंबर को एल्विश यादव से 8 घंटे तक पूछताछ की, जिसमें उनके दोस्त राहुल फाजिलपुरिया से भी पूछताछ की गई थी।

संपत्ति जब्ती की प्रक्रिया

ED ने अगस्त में भी एल्विश से दो बार पूछताछ की थी। इस दौरान पता चला था कि उनकी संपत्तियों को जब्त करने की तैयारी चल रही है। जांच में यह भी सामने आया कि फाजिलपुरिया के गाने में सांपों का उपयोग किया गया था, जिससे लगभग 50 लाख रुपये की कमाई हुई थी।

पीपुल्स फॉर एनिमल्स का आरोप

पीपुल्स फॉर एनिमल्स नामक संस्था ने एल्विश यादव पर आरोप लगाया है कि वह नोएडा में एक रेव पार्टी में सांपों का जहर पहुंचाने में संलिप्त थे। संस्था की संस्थापक पूर्व सांसद मेनका गांधी हैं। पुलिस ने एल्विश के एजेंट और सपेरों को गिरफ्तार किया था, जो सांपों का जहर बेचने के आरोप में थे।

एल्विश यादव का बचाव

पुलिस पूछताछ के दौरान एल्विश यादव ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया था, लेकिन जांच में उनकी संलिप्तता सामने आई थी। इसके बाद ED ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। एल्विश यादव को 17 मार्च को अरेस्ट किया गया था, लेकिन उन्हें 22 मार्च को जमानत मिल गई थी।

एल्विश यादव और फाजिलपुरिया के खिलाफ ED की कार्रवाई ने मीडिया में हलचल मचा दी है। मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध व्यापार के मामलों में यह कदम एक महत्वपूर्ण मोड़ है। अब देखने वाली बात यह है कि क्या यह कार्रवाई उनके करियर पर प्रभाव डालेगी या वे अपनी स्थिति को संभाल पाएंगे।