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हरियाणा में और महंगी हुई बिजली दरें, अब प्रति यूनिट पर देने होंगे इतने रुपये ज्यादा, जानें नई दरें 

 
 

Haryana News: हरियाणा राज्य के बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक बुरी खबर आई है। प्रदेश में 2 साल बाद फिर से बिजली दरों में बढ़ोतरी की गई है। हरियाणा राज्य बिजली विनियामक आयोग (HERC) ने बिजली की दरों में 20 से 40 पैसे प्रति यूनिट तक वृद्धि की है। इस बढ़ोतरी के साथ ही विभिन्न कैटेगरी के लिए निर्धारित स्लैब में भी बदलाव किया गया है। नई दरें 1 अप्रैल 2025 से लागू हो चुकी हैं, और इसके बाद बिजली उपभोक्ताओं को पहले से ज्यादा पैसे देने होंगे। इस कदम से बिजली निगमों का 4520 करोड़ रुपये के घाटे को पूरा करने में मदद मिलेगी।

बिजली दरों में बढ़ोतरी के कारण

पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की सरकार ने वर्ष 2022-23 में भी बिजली दरों में वृद्धि की थी, जिसमें 150 यूनिट तक की खपत पर 25 पैसे प्रति यूनिट का इजाफा किया गया था। हालांकि, यह बढ़ोतरी बिजली निगमों के घाटे को पूरा करने के लिए की गई थी, लेकिन अब एचईआरसी ने 2025 में भी बिजली की दरों में वृद्धि करने का निर्णय लिया है। इस बार की बढ़ोतरी बिजली उपभोक्ताओं के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है, क्योंकि उपभोक्ताओं को अतिरिक्त वित्तीय बोझ का सामना करना पड़ेगा।

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एचईआरसी का कहना है कि इस बढ़ोतरी का उद्देश्य बिजली वितरण निगमों की वित्तीय स्थिति को मजबूत करना है। इस साल की बढ़ोतरी में बिजली की कीमत में 20 से 40 पैसे प्रति यूनिट तक का इजाफा किया गया है, जो कि विभिन्न स्लैबों में भिन्न-भिन्न है। उदाहरण के लिए, 0 से 50 यूनिट तक की खपत वाले उपभोक्ताओं के लिए बिजली की दर अब 2 रुपये 20 पैसे प्रति यूनिट होगी, जो पहले 2 रुपये प्रति यूनिट थी।

बिजली दरों में बढ़ोतरी का प्रभाव

अब 51 से 100 यूनिट तक के उपभोक्ताओं को 2 रुपये 70 पैसे प्रति यूनिट देना होगा, जबकि पहले यह दर 2 रुपये 50 पैसे प्रति यूनिट थी। इसी तरह से, 100 से 150 यूनिट के उपभोक्ताओं को 2 रुपये 95 पैसे प्रति यूनिट देना होगा, जबकि पहले यह दर 2 रुपये 75 पैसे प्रति यूनिट थी। इस बढ़ोतरी से उन उपभोक्ताओं को ज्यादा पैसे चुकाने पड़ेंगे, जिनकी बिजली खपत इन स्लैब्स के अंदर आती है।

हरियाणा में बिजली की खपत बढ़ने के कारण यह बढ़ोतरी उपभोक्ताओं पर वित्तीय दबाव बढ़ा सकती है। पहले से ही बढ़ती महंगाई और रोज़मर्रा की जरूरतों की लागत के कारण, बिजली की बढ़ी हुई कीमतें आम लोगों की जेब पर भारी पड़ सकती हैं। हालांकि, एचईआरसी का यह कहना है कि यह कदम बिजली वितरण निगमों की वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए लिया गया है।

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स्लैब में बदलाव

एचईआरसी ने बिजली की दरों के स्लैब में भी बदलाव किया है। 0 से 50 यूनिट तक की खपत वाले उपभोक्ताओं को अब 2 रुपये 20 पैसे प्रति यूनिट देना होगा। 51 से 100 यूनिट के मासिक इस्तेमाल वाले उपभोक्ताओं को अब 2 रुपये 70 पैसे प्रति यूनिट देना होगा। इसके अलावा, 100 से 150 यूनिट की खपत वाले उपभोक्ताओं को 2 रुपये 95 पैसे प्रति यूनिट देना होगा। यह बढ़ोतरी एक साल पहले से लागू बिजली दरों से ज्यादा होगी।

इसके अलावा, एचईआरसी ने यह भी घोषणा की है कि बिजली उपभोक्ताओं के लिए यह बढ़ोतरी स्लैब के आधार पर होगी। इस बदलाव के तहत, उपभोक्ताओं को उन स्लैब्स के हिसाब से ही बढ़ी हुई दरों का भुगतान करना होगा। इससे उन उपभोक्ताओं पर सबसे अधिक असर पड़ेगा जिनकी खपत 150 यूनिट से ऊपर होती है।

अब 2 रुपये 20 पैसे प्रति यूनिट मिलेगी बिजली

पिछले साल के टैरिफ में 0 से 50 यूनिट के स्लैब में 2 रुपये प्रति यूनिट रेट था। इस स्लैब में अब 2 रुपये 20 पैसे प्रति यूनिट बिजली मिलेगी।

वहीं 51 से 100 यूनिट के मासिक इस्तेमाल को रेट 2 रुपये 50 पैसे प्रति यूनिट था। इसमें बढ़ोतरी करके आयोग ने 2 रुपये 70 पैसे कर दिया है।

दूसरे स्लैब की पहली कैटेगरी में 0 से 150 यूनिट मासिक खपत पर पहले 2 रुपये 75 पैसे प्रति यूनिट के रेट थे। अब उपभोक्ताओं को 2 रुपये 95 पैसे देने होंगे।

पहले 151 से 250 तक की कैटेगरी थी और इसमें 5 रुपये 25 पैसे प्रति यूनिट रेट था। आयोग ने इस कैटेगरी को 151 से 300 यूनिट तक करके रेट 5 रुपये 25 पैसे ही रखा है। यानी मध्यम वर्ग के लोगों को इस कैटेगरी में राहत दी गई है। 251 से 500 यूनिट तक की पुरानी कैटेगरी में 6 रुपये 30 पैसे प्रति यूनिट रेट थे।

इन लोगों को देने होंगे 7 रुपये 10 पैसे प्रति यूनिट

अब 301 से 500 तक की कैटेगरी में 15 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से बढ़ोतरी करके रेट 6 रुपये 45 पैसे प्रति यूनिट किया है। 501 से 800 यूनिट तक मासिक इस्तेमाल पर पुराने टैरिफ में 7 रुपये 10 पैसे प्रति यूनिट के रेट थे। 800 यूनिट से अधिक मासिक इस्तेमाल करने पर 7 रुपये 10 पैसे प्रति यूनिट फ्लैट रेट था।

800 यूनिट तक तो स्लैबवार रेट लगने थे, लेकिन इसके बाद एक समान रेट लागू था। नये टैरिफ के दूसरे स्लैब में 500 यूनिट से अधिक इस्तेमाल करने पर 7 रुपये 10 पैसे प्रति यूनिट ही रेट रखा है।

बता दें कि प्रदेश सरकार ने फ्यूल सरचार्ज एडजस्टमेंट (एफएसए) को साल 2026 तक पहले ही बढ़ा दिया है। उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट बिजली बिल के हिसाब से 47 पैसे अतिरिक्त एफएसए देना होगा। 200 यूनिट से अधिक बिजली की खपत पर 94.47 रुपये अतिरिक्त भुगतान करना होगा।

इस फैसले का कारण बिजली निगमों पर बढ़ रहे डिफाल्टिंग अमाउंट को बताया जा रहा है। हालांकि 200 यूनिट से कम बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को एफएसए का भुगतान नहीं करना होगा।

आयोग ने बनाया नया स्लैब

आयोग ने तीसरा नया स्लैब बनाते हुए 0 से 500 यूनिट तक के लिए 6 रुपये 50 पैसे रेट तय किया है। वहीं, 501 से 1000 यूनिट तक मासिक इस्तेमाल के लिए अब 7 रुपये 15 पैसे प्रति यूनिट उपभोक्ता को देने होंगे। 1000 यूनिट से अधिक मासिक बिजली खपत वाले उपभोक्ताओं के लिए इस टैरिफ में 7 रुपये 50 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से फ्लैट रेट तय किया है।

इंडस्ट्री में भी महंगी हो गई बिजली

इंडस्ट्री के अलावा ब्लक सप्लाई के टैरिफ में भी बदलाव करके आयोग ने कीमतों में इजाफा किया है। 11 KV की सप्लाई के लिए 6 रुपये 65 पैसे प्रति यूनिट से बढ़ाकर 6 रुपये 95 पैसे प्रति यूनिट किया है। 33केवी के कनेक्शन में 6 रुपये 55 पैसे की बजाय अब 6 रुपये 85 पैसे प्रति यूनिट अदा करना होगा।

घरेलू उपभोक्ताओं के लिए इतना बढ़ा बिजली शुल्क

पुराना स्लैब खपत खर्च प्रति यूनिट

0-50 यूनिट 2.00 रुपये

51-100 यूनिट 2. 50 रुपये

0-150 यूनिट 2.75 रुपये

151-250 यूनिट 5.25 रुपये

251-500 यूनिट 6.30 रुपये

501-800 यूनिट 7.10 रुपये

801 से अधिक यूनिट 7.10 रुपये

नया स्लैब ( खर्च प्रति यूनिट)

दो किलोवाट तक लोड पर बिल प्रति यूनिट

0-50 यूनिट 2.20 रुपये

51-100 यूनिट 2.70 रुपये

पांच किलोवाट तक लोड पर बिल प्रति यूनिट

0-150 यूनिट -2.95 रुपये

151-300 यूनिट -5.25 रुपये

301-500 यूनिट 6.45 रुपये

501 से अधिक यूनिट 7.10 रुपये

पांच किलोवाट से अधिक लोड पर बिल प्रति यूनिट

0-500 यूनिट 6.50 रुपये

501-1000 यूनिट 7.15 रुपये

1000 से अधिक यूनिट 7.50 रुपये