Khelorajasthan

पर्यावरण मंत्रालय से कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट को मिली स्वीकृति, लगाए जाएंगे 10000 पौधे 

राजस्थान के कोटा शंभुपुरा इलाके में स्वीकृति मिलने के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बुधवार को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष विपिन कुमार और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की है। इस बैठक में यह दावा किया गया है कि मई 2025 में कोटा एयरपोर्ट का निर्माण शुरू हो जाएगा।
 
पर्यावरण मंत्रालय से कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट को मिली स्वीकृति, लगाए जाएंगे 10000 पौधे 

Rajasthan News : राजस्थान के कोटा शंभुपुरा इलाके में स्वीकृति मिलने के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बुधवार को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष विपिन कुमार और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की है। इस बैठक में यह दावा किया गया है कि मई 2025 में कोटा एयरपोर्ट का निर्माण शुरू हो जाएगा।

 साथ ही दिसंबर 2027 तक हवाई अड्डा निर्माण कार्य पूरा करके संचालन शुरू करने की समय-सीमा तय की गई है।राजस्थान के वन विभाग के हेड ऑफ फॉरेस्ट अरीजीत बनर्जी ने बताया कि कोटा ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण के लिए भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय से भूमि हस्तांतरण की अनुमति प्राप्त हो गई है। राजस्थान सरकार के वन विभाग ने भी इस परियोजना को स्वीकृति दे दी है. साथ ही कोटा विकास प्राधिकरण 10,000 पौधे भी लगाएगा।कोटा नया हवाई अड्डा शहर से 25 किलोमीटर दूर 1005 एकड़ में बनेगा. 

इसका रनवे 3200 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा होगा। इसमें सात विमान की पार्किंग एरिया भी बनेगा। हवाई अड्डे से सालाना 20 लाख यात्री और प्रति घंटे करीब 1000 यात्रियों की क्षमता रहेगी। हवाई अड्डे को नेशनल हाईवे 52 से भी कनेक्ट किया जाएगा। इस हवाई अड्डे को इस रूप में नियोजित किया जा रहा है कि वर्तमान में घरेलू उड़ानों में उपयोग में आ रहे सबसे बड़े हवाई जहाज भी यहां से उड़ान भर सकेंगे। 

साथ ही भविष्य में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी संचालित हो सकेंगी।एयरपोर्ट पर विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ फ्लाइंग क्लब भी बनाया जाएगा। बैठक में तय हुआ कि इसी माह डीपीआर का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसमें जिसमें 7 पार्किंग, 20,000 वर्ग मीटर में टर्मिनल बिल्डिंग, 14 चैक-इन काउंटर, 2 कन्वेयर बेल्ट लगेगी। इसके साथ ही पावर ग्रिड कॉरपोरेशन आफ इंडिया की लाइनों को स्थानांतरित करने, पेयजल और विद्युत आपूर्ति के डिमांड नोट जमा करने, संपर्क सड़क और 11 केवी लाइनों के स्थानांतरण सहित कई मुद्दों पर चर्चा की गई है।