Khelorajasthan

Expressway: 11 जिलों को चीरता हुआ जाएगा नया एक्सप्रेसवे, इन 2 राज्यों में बढ़ाएगा कनेक्टिविटी

देश की तेज गति से चल रही विकास योजनाओं में एक और अहम कदम जुड़ गया है। केंद्र सरकार ने 750 किलोमीटर लंबे गोरखपुर-पानीपत ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को मंजूरी देकर उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच कनेक्टिविटी को नया आयाम दिया है। यह एक्सप्रेसवे न सिर्फ यात्रा को आसान बनाएगा, बल्कि रोजगार, कारोबार और इंफ्रास्ट्रक्चर को भी नई दिशा देगा।
 
Expressway: 11 जिलों को चीरता हुआ जाएगा नया एक्सप्रेसवे, इन 2 राज्यों में बढ़ाएगा कनेक्टिविटी

Exspressway : देश की तेज गति से चल रही विकास योजनाओं में एक और अहम कदम जुड़ गया है। केंद्र सरकार ने 750 किलोमीटर लंबे गोरखपुर-पानीपत ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को मंजूरी देकर उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच कनेक्टिविटी को नया आयाम दिया है। यह एक्सप्रेसवे न सिर्फ यात्रा को आसान बनाएगा, बल्कि रोजगार, कारोबार और इंफ्रास्ट्रक्चर को भी नई दिशा देगा।

हाईवे की मरम्मत हो जाने के बाद यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा। गोरखपुर से हरिद्वार आठ घंटे में पहुंचा जा सकेगा। एनएचएआई के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि परियोजना कई चरणों में पूरी होगी। दिल्ली की आईटीएफ फर्म न केवल लागत का आकलन करेगी, बल्कि निर्माण के लिए ठेकेदार का चयन भी करेगी। डीपीआर के बाद निर्माण कार्य के लिए बोली प्रक्रिया शुरू होगी। 

चयनित कंपनियों को तीन साल के भीतर गोरखपुर-पानीपत हाईवे का निर्माण पूरा करना है। गोरखपुर से शामली होते हुए हरियाणा के पानीपत तक करीब 750 किलोमीटर लंबा हाईवे 22 जिलों को जोड़ेगा। हाईवे गोरखपुर, संत कबीर नगर, सिद्धार्थ नगर, बलरामपुर, बहराइच, लखनऊ, सीतापुर, शाहजहांपुर, हरदोई, बदायूं, रामपुर, मुरादाबाद, बरेली, संभल, बिजनौर, अमरोहा, मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और शामली तक पहुंचेगा। 

पहले यह गोरखपुर और शामली तक सीमित था, लेकिन अब यह हरियाणा के औद्योगिक शहर पानीपत तक फैल गया है। कपड़ा उद्योग के लिए मशहूर पानीपत इस हाईवे के जरिए उत्तर प्रदेश के कई पिछड़े जिलों से सीधे जुड़ जाएगा। इससे जिलों में नए कारोबार और नए अवसर पैदा होंगे। गोरखपुर-पानीपत एक्सप्रेसवे से यात्रियों को सीधा लाभ मिलेगा।