हरियाणा के नामी बिजनेसमैन पर FIR दर्ज, ED की रेड में हुआ खुलासा

Haryana News : लंबे समय से केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी लैंड फॉर जॉब केस में छानबीन में जुटी हुई थी. कारोबारी के खिलाफ करोड़ों रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का केस है. कारोबारी अमित कत्याल और राजेश कत्याल के घर मार्च महीने में ईडी ने छापा मारा था. दोनों भाई बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के करीबी माने जाते हैं. अब ईडी राजेश कत्याल से पूछताछ कर रही है. गौरतलब है कि, जमीन के बदले नौकरी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में लालू प्रसाद के करीबी अमित कत्याल के भाई राजेश कत्याल को ईडी ने गिरफ्तार किया है.
इसके अलावा, अमित कात्याल को पिछले साल केंद्रीय एजेंसी ने लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी, सांसद बेटी मीसा भारती से जुड़े कथित रेलवे भूमि घोटाले से के एक अलग मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था. यह मनी लॉन्ड्रिंग का मामला गुरुग्राम पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा और दिल्ली पुलिस की दर्ज की गई एफआईआर से सामने आया. इस मामले में ईडी ने मार्च में छापेमारी की थी और एजेंसी ने 200 करोड़ रुपये के विदेशी निवेश से जुड़े दस्तावेज जब्त करने का दावा किया था. आरोपी राजेश कत्याल का कनेक्शन हरियाणा के गुरुग्राम से जुड़ा है. यहां उनका कृष रियलिटी नाम का रियल एस्टेट का बिजनेस है.
जिसके जरिये उन्होंने सैकड़ों लोगों को मकान दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा किया है. इसी आरोप में ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया. ईडी ने मार्च में शराब कारोबारी अमित कत्याल और राजेश कत्याल के ठिकानों पर छापा मारा था. जिसमें दावा किया है कि करीब 200 करोड़ रुपये से ज्यादा श्रीलंका में एक शैल कंपनी की शेयर होल्डिंग लेकर ठिकाने लगाया गया है. ईडी ने गुरुग्राम के बड़े बिल्डर अमित कात्याल की एमएस कृष रियल टेक प्राइवेट लिमिटेड और ब्रह्मा सिटी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर छापेमारी की थी. ईडी का यह सर्च ऑपरेशन कंपनी से जुड़ी 17 लोकेशंस दिल्ली, गुरुग्राम और सोनीपत में चला था.