राजस्थान की सियासी उठापटक को लेकर पूर्व सीएम गहलोत सरकार ने बोली ये बातें
Rajasthan News : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोमवार शाम जैसलमेर से जयपुर लौटे। इस दौरान उन्होंने कहा कि दुख है कि रक्षाबंधन के दिन विधायक घर नहीं जा सके। हमारी प्राथमिकता है कि लोकतंत्र मजबूत बने। यह सबकुछ लोकतंत्र बचाने के लिए किया जा रहा है। जनता पूरे खेल को देख रही है।उन्होंने कहा कि राजस्थान में सरकार को गिराने की साजिश की जा रही है। यह तीसरी कोशिश थी। दो पहले हो चुकी हैं। कर्नाटक और मध्यप्रदेश के बारे में सभी के मालूम हैं।
राजस्थान में भी ऐसा ही करने की तैयारी थी। इतना बड़ा सीटों का अंतर है फिर भी बेशर्मी से गेम खेला गया। कहां 73 और कहां 122 हमारे पास थे। हॉर्स ट्रेडिंग अभी भी की जा रही है। टेलीफोन आते हैं। सब हमारी जानकारी में है।मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार में बैठे नेता जनता की नजर से नहीं बचेंगे। सच्चाई हमारे साथ हैं। इस षडयंत्र में कुछ और लोग शामिल हैं। जिस तरह राजस्थान के केंद्रीय मंत्री ने गेम खेला, उन्हें धैर्य रखना चाहिए था। वो तो मैदान में कूद पड़े। राजस्थान की परंपरा को ही भूल गए। नए-नए एमपी बन गए।
फिर मंत्री बनने का चांस मिल गया तो जल्दबाजी हो गई उनको। इसलिए मैंने कहा कि वो खुद धराशायी हो गए। सीबीआई के छापे तो उनके ऊपर पड़ने चाहिए। पड़ उन पर रहे हैं जिनके रिश्ते हम से जुड़े हैं।गहलोत ने आगे कहा कि जनता में आक्रोश है। इनके (बागी विधायक) प्रति जो प्यार और आदर था, उसमें कमी आएगी। जनता देखती है कि हमारे विधायकों ने ऐसा क्यों किया। उनके क्षेत्र में ज्यादा काम हुए। कभी शिकायत नहीं की। अब शिकायत कर रहे हैं। एक माह से ज्यादा का समय हो गया है। जनता समझ रही है। भाजपा ने चुनी सरकार को गिराने का प्रयास किया है।