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दिल्ली से गुरुग्राम सिर्फ 30 मिनट दूर, इस नए रूट से जाम से मिलेगी मुक्ति 

गुरूग्राम से दिल्ली और दिल्ली से गुरूग्राम आने जानें वालों के लिए राहत की खबर हैं। आपको बता दे की पहले गुरूग्राम से दिल्ली जानें में काफी समय लगता था और जाम से भी परेशानी होती थी। इस कड़ी में यात्रियों के लिए अच्छी खबर आई हैं। 
 
दिल्ली से गुरुग्राम सिर्फ 30 मिनट दूर, इस नए रूट से जाम से मिलेगी मुक्ति

New Road : गुरूग्राम से दिल्ली और दिल्ली से गुरूग्राम आने जानें वालों के लिए राहत की खबर हैं। आपको बता दे की पहले गुरूग्राम से दिल्ली जानें में काफी समय लगता था और जाम से भी परेशानी होती थी। इस कड़ी में यात्रियों के लिए अच्छी खबर आई हैं। 

आपकों बता दे की अब इन दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय घटकर सिर्फ 30 मिनट रह जाएगा. अभी तक रोजाना दिल्ली से गुरुग्राम या गुरुग्राम से दिल्ली जाने वाले लोग ट्रैफिक जाम में फंसकर घंटों परेशान होते थे, लेकिन जल्द ही इस परेशानी से राहत मिलने वाली है. इस समस्या को हल करने के लिए एक नया रूट प्लान किया गया है, जिसकी शुरुआत तालकटोरा स्टेडियम या ग्यारह मूर्ति से हो सकती है.इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, यह योजना दिल्ली के लुटियंस ज़ोन और सेंट्रल दिल्ली में ट्रैफिक को कम करने के लिए दो महत्वपूर्ण प्रस्तावों का हिस्सा है.

 पहला प्रस्ताव तालकटोरा स्टेडियम से गुरुग्राम के लिए नया लिंक है, जबकि दूसरा प्रस्ताव एम्स से महिपालपुर बाईपास तक एक एलिवेटेड कॉरिडोर या सुरंग बनाने का है.इन दोनों प्रस्तावों पर जून में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई थी, जिसमें दिल्ली की मुख्यमंत्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे. बैठक में NHAI को भीड़भाड़ को कम करने के लिए एक प्रभावी योजना बनाने के निर्देश दिए गए.सरकार पहले ही एम्स से महिपालपुर बाईपास तक एक 20 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड कॉरिडोर की योजना बना चुकी है, जो गुड़गांव-फरीदाबाद रोड तक फैलेगा. 

यह कॉरिडोर एनएच-48 के समानांतर चलेगा और रिंग रोड व महरौली-गुड़गांव मार्ग पर ट्रैफिक का दबाव घटाएगा.इस परियोजना के तहत, एक और बड़ी योजना 5 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाने की है, जो नेल्सन मंडेला मार्ग से होकर आईजीआई एयरपोर्ट और द्वारका एक्सप्रेसवे को जोड़ेगी. यह कॉरिडोर एलिवेटेड सेक्शन के जरिए एम्स से वसंत कुंज के रास्ते महिपालपुर तक पहुंचेगा.सड़क परिवहन मंत्रालय अब शहरी ट्रैफिक को कम करने और अंतर-शहरी संपर्क को बेहतर बनाने के लिए नई नीति पर काम कर रहा है. 

इसके तहत केंद्र सरकार जरूरी परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता देगी. इस नीति पर भी जून की बैठक में चर्चा हुई.बैठक में दिल्ली सरकार ने केंद्रीय सड़क निधि से 1,500 करोड़ रुपये की मांग की. इसके अलावा 23,850 करोड़ रुपये की नई परियोजनाएं भी प्रस्तावित की गई हैं, जिनसे दिल्ली और एनसीआर में ट्रैफिक जाम की समस्या को काफी हद तक हल किया जा सकेगा.