हरियाणा निकाय चुनाव समाप्त, अब है रिजल्ट का इंतजार

Haryana Election : हरियाणा में 2 मार्च रविवार को निकाय चुनाव का आयोजन हुआ था, लेकिन इस बार मतदान में रुझान कम देखा गया। मतदान प्रतिशत 50 फीसदी से भी कम रहा, और चुनाव प्रक्रिया के दौरान कई अप्रिय घटनाएं भी सामने आईं। वोटिंग मशीनों में खराबी, फर्जी वोटिंग और मतदाता सूची में नामों की गड़बड़ी जैसे मुद्दों ने चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित किया। 9 नगर निगमों सहित कुल 40 निकायों में मतदान हुआ, लेकिन कई स्थानों पर मतदान सुचारू रूप से नहीं हो सका।
मतदान के दौरान आई समस्याएं
ईवीएम मशीनों में खराबी: कई जिलों में ईवीएम मशीन खराब हो गईं, जिससे मतदाताओं को घंटों इंतजार करना पड़ा। फरीदाबाद, रोहतक, गुरुग्राम और झज्जर जैसे जिलों में मशीनों की खराबी की खबरें सामने आईं। इस कारण कई लोग बिना मतदान किए घर लौट गए।
फर्जी वोटिंग के कई मामले सामने आए। झज्जर के बेरी वार्ड नंबर 6 और रोहतक के वार्ड नंबर 14 में बोगस वोटिंग करते हुए कुछ लोग पकड़े गए। सिरसा में ओमप्रकाश गोयल ने भी आरोप लगाया कि उनका वोट पहले ही डाला जा चुका था, जबकि वह वोट डालने पहुंचे थे।
कई जगह मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट में गायब थे, जिससे मतदान प्रक्रिया में बाधा आई। कांग्रेस के उम्मीदवार मनोज वधवा की पत्नी ने आरोप लगाया कि उनके समर्थकों को मतदान करने से रोका गया। गुरुग्राम में भी कई ऐसे मामले सामने आए जहां लोग मतदान करने पहुंचे, लेकिन उनका नाम वोटर लिस्ट में नहीं था।
फरीदाबाद में एक युवक ने मतदान करते हुए बूथ के अंदर की एक फोटो खींची और उसे सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। यह एक गंभीर उल्लंघन था, क्योंकि मतदान के दौरान फोटो खींचना और सोशल मीडिया पर शेयर करना नियमों के खिलाफ है।
12 मार्च को चुनाव परिणाम
इन घटनाओं के बीच प्रदेशभर में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है, और अब सभी की निगाहें 12 मार्च पर टिकी हैं। 12 मार्च को चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे। हालांकि पानीपत में 9 मार्च को मतदान होगा, लेकिन सभी निकायों के नतीजे एक साथ घोषित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राज्य में 'ट्रिपल इंजन सरकार' बनने का दावा किया है, वहीं कांग्रेस भी अपने पक्ष में दावे कर रही है। अब देखना यह होगा कि इन घटनाओं के बावजूद 12 मार्च को चुनाव परिणाम किस दिशा में जाते हैं।