हरियाणा चुनाव 2024: कांग्रेस ने 90 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा, सीपीआईएम को एक सीट
haryana election 2024 : हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस ने अपनी पूरी उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। इस बार कांग्रेस ने न केवल सभी 90 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है, बल्कि उसने समाजवादी पार्टी (सपा) और आम आदमी पार्टी (आप) से गठबंधन करने से भी इनकार कर दिया है। इसके अलावा, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआईएम) को केवल एक ही सीट दी गई है। आइए जानते हैं इस चुनावी रणनीति के बारे में विस्तार से।
कांग्रेस की उम्मीदवारों की सूची: सात टुकड़ों में क्यों?
कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए अपनी उम्मीदवारों की सूची सात भागों में जारी की है। इस प्रक्रिया के पीछे की वजहें और उनके प्रभाव को समझने के लिए
कांग्रेस की बगावत और नाराजगी
नाम नहीं आने पर नाराजगी: कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची में अपने नाम का अभाव पाए जाने के बाद जितेंद्र भारद्वाज नाराज हो गए हैं। उनकी नाराजगी पार्टी के अंदर की राजनीति को प्रभावित कर सकती है और चुनावी रणनीति पर असर डाल सकती है।
चुनावी गणित और रणनीति
1. पार्टी के भीतर मतभेद: कांग्रेस के आंतरिक मतभेद और पार्टी के भीतर की राजनीति को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवारों की सूची को विभाजित किया गया है। इससे पार्टी के भीतर की नाराजगी को कम किया जा सकता है और चुनावी रणनीति को सुसंगठित किया जा सकता है।
2. सीपीआईएम के साथ संबंध: कांग्रेस ने सीपीआईएम को केवल एक सीट देकर पार्टी के साथ अपने संबंधों को सीमित कर दिया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस अपने चुनावी गठबंधन को लेकर सतर्क और नियंत्रित दृष्टिकोण अपनाए हुए है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, लेकिन पार्टी की उम्मीदवारों की सूची को सात हिस्सों में जारी करने के फैसले ने कई सवाल खड़े किए हैं। गठबंधन से इनकार और सीपीआईएम को एक ही सीट देने के निर्णय ने कांग्रेस की चुनावी रणनीति को स्पष्ट किया है। आगामी चुनाव परिणामों पर इस रणनीति का प्रभाव निश्चित रूप से देखा जाएगा।