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हरियाणा में बारिश के बाद गर्मी ने दिखाया अपना मिजाज, तापमान पहुंचा 40 डिग्री पार 

हरियाणा में  मौसम विभाग ने प्रदेश के किसी भी जिले के लिए कोई अलर्ट जारी नहीं किया है। हालांकि मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि शुष्क मौसम के चलते दिन में तेज धूप निकलेगी, जिससे पारा चढ़ेगा। 24 घंटे की बात करें चरखी दादरी जिला सबसे गर्म रहा, यहां अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री दर्ज किया गया। अभी तक लगातार हो रही बारिश के चलते सुबह-शाम मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है, जिससे लोगों को हल्की ठंड का भी एहसास हो रहा है। 
 
हरियाणा में बारिश के बाद गर्मी ने दिखाया अपना मिजाज, तापमान पहुंचा 40 डिग्री पार 

Haryana Weather Update : हरियाणा में  मौसम विभाग ने प्रदेश के किसी भी जिले के लिए कोई अलर्ट जारी नहीं किया है। हालांकि मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि शुष्क मौसम के चलते दिन में तेज धूप निकलेगी, जिससे पारा चढ़ेगा। 24 घंटे की बात करें चरखी दादरी जिला सबसे गर्म रहा, यहां अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री दर्ज किया गया। अभी तक लगातार हो रही बारिश के चलते सुबह-शाम मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है, जिससे लोगों को हल्की ठंड का भी एहसास हो रहा है। 

अच्छी बात यह है कि प्रदेश में मानसून की बारिश का कोटा अब पूरा हो गया है। राज्य में मानसून का प्रदर्शन अब तक संतोषजनक रहा है। कुल मिलाकर अब तक 424.6 मिमी बारिश के मुकाबले 406.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। जो सामान्य से महज 4% कम है। यानी बारिश का कोटा लगभग पूरा हो चुका है। दूसरी ओर, अगर जिले के हिसाब से बारिश की स्थिति देखें तो 10 जिले ऐसे हैं, जिनमें 10 से 38% कम बारिश दर्ज की गई है। 

12 जिलों में सामान्य से 10 से 71% अधिक बारिश हुई है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में राज्य के कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी और कुछ जगहों पर मौसम साफ रहने की संभावना जताई है। इस बार मानसून सीजन नूंह, गुरुग्राम और महेंद्रगढ़ पर ज्यादा मेहरबान रहा। नूंह में सामान्य से 71 फीसदी, गुरुग्राम में 53 फीसदी और महेंद्रगढ़ में सामान्य से 43 फीसदी अधिक बारिश हुई है। इन 3 जिलों में अत्यधिक बारिश हुई है।

हालांकि झज्जर, चरखी दादरी, रेवाड़ी, पलवल, सिरसा और कुरुक्षेत्र में भी सामान्य से अधिक बारिश हुई है। हालांकि मानसून अब तक 10 जिलों में बारिश का कोटा पूरा नहीं कर पाया है, लेकिन सबसे अधिक बेरुखी करनाल, यमुनानगर और पंचकूला की रही। करनाल में सामान्य से 38 फीसदी, यमुनानगर में 33 फीसदी और पंचकूला में सामान्य से 32 फीसदी कम बारिश हुई है। मानसून कभी भी विदा हो सकता है, इसलिए इन जिलों के लिए बारिश का कोटा पूरा करना संभव नहीं लगता।