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रेलवे ट्रैक पर अचानक सामने आया हाथियों का झुण्ड, एक शावक की मौत 

बताया जताया है कि, कुछ दिन पहले हाथी के शावक की मौत हो गई थी। इसलिए शावक की तलाश में देर रात हाथियों का झुंड पटरी पर इकट्ठा हो गया था और घंटो तक यह रुट बाधित रहा। हाथियों की मौजूदगी की खबर मिलते ही संबंधित रेल मंडल ने ट्रेनों की गति को लेकर आदेश जारी किया कि, अप-डाउन दोनों दिशा की ट्रेनें इस सेक्शन से 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाई जाएं।
 
रेलवे ट्रैक पर अचानक सामने आया हाथियों का झुण्ड, एक शावक की मौत

Railway News : बताया जताया है कि, कुछ दिन पहले हाथी के शावक की मौत हो गई थी। इसलिए शावक की तलाश में देर रात हाथियों का झुंड पटरी पर इकट्ठा हो गया था और घंटो तक यह रुट बाधित रहा। हाथियों की मौजूदगी की खबर मिलते ही संबंधित रेल मंडल ने ट्रेनों की गति को लेकर आदेश जारी किया कि, अप-डाउन दोनों दिशा की ट्रेनें इस सेक्शन से 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाई जाएं।

यह निर्णय हाथियों की सुरक्षा को देखते हुए लिया गया था। दरसअल, तेज रफ्तार होने पर ट्रेनों को नियंत्रित कर पाना मुश्किल होता है। ऐसे में निर्धारित गति से चलने के दौरान अगर हाथी आ भी जाते हैं, तो ट्रेनें आसानी से रोकी जा सकती हैं। इस दौरान वन विभाग की टीम रेलवे ट्रैक के आसपास मौजूद थी। उल्लेखनीय है कि, एक सप्ताह पहले इसी जगह हाथियों के झुंड को मालगाड़ी ने टक्कर मार दी थी

जिससे एक हाथी के बच्चे की मौत हो गई थी। इस हादसे में हाथी का शावक घायल हो गया और उसकी मौत हो गई। माना जा रहा है कि हाथियों का दल लापता शावक की तलाश में भटक रहा है। जिस जगह पर यह हादसा हुआ था, वहां हाथियों का दल बच्चे की तलाश में मंडरा रहा था। लेकिन शावक नहीं मिला तो हाथियों का दल वापस जंगल लौट गया.