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राजस्थान में बन रही हैं सबसे लंबी व अनोखी सुरंग, खर्च होंगे 1,000 करोड़ रुपए

दिल्ली और मुम्बई के बीच यात्रा को और भी सुविधाजनक और सुरक्षित बनाने के लिए एटलेन एक्सप्रेस-वे पर एक अत्याधुनिक सुरंग का निर्माण किया जा रहा है। दरा क्षेत्र में 3.3 किमी लंबी और 38 मीटर चौड़ी सुरंग का निर्माण 1,000 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है। यह सुरंग न केवल अपनी लंबाई और चौड़ाई के कारण खास होगी, बल्कि इसमें लगाई गई अत्याधुनिक सुरक्षा और तकनीकी सुविधाएं इसे और भी सुरक्षित और सुलभ बनाएंगी।

 
 
राजस्थान में बन रही हैं सबसे लंबी व अनोखी सुरंग, खर्च होंगे 1,000 करोड़ रुपए

Rajasthan News : दिल्ली और मुम्बई के बीच यात्रा को और भी सुविधाजनक और सुरक्षित बनाने के लिए एटलेन एक्सप्रेस-वे पर एक अत्याधुनिक सुरंग का निर्माण किया जा रहा है। दरा क्षेत्र में 3.3 किमी लंबी और 38 मीटर चौड़ी सुरंग का निर्माण 1,000 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है। यह सुरंग न केवल अपनी लंबाई और चौड़ाई के कारण खास होगी, बल्कि इसमें लगाई गई अत्याधुनिक सुरक्षा और तकनीकी सुविधाएं इसे और भी सुरक्षित और सुलभ बनाएंगी।

सुरंग में सुरक्षा और तकनीकी सुविधाएं

सर्विलांस सिस्टम: सुरंग में अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे जो कंट्रोल रूम से जुड़े होंगे। यह कैमरे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित सर्विलांस सिस्टम से जुड़े होंगे, जो सुरंग के दोनों तरफ की गतिविधियों की निगरानी करेगा।सुरंग की सुरक्षा स्काडा कंट्रोल सिस्टम से की जाएगी, जो वाहनों की गति, दुर्घटनाओं, और अन्य गतिविधियों की निगरानी करेगा।सुरंग में नाइट्रोजन, कार्बन मोनोऑक्साइड और सल्फर जैसी खतरनाक गैसों की पहचान और उनके नियंत्रण के लिए अत्याधुनिक पॉल्यूशन डिटेक्टर सेंसर लगाए जाएंगे। इसके साथ ही इन गैसों को बाहर निकालने के लिए ऑटोमैटिक तकनीक का उपयोग किया जाएगा।सुरंग में पर्याप्त ऑक्सीजन की आपूर्ति और एयर सर्कुलेशन बनाए रखने के लिए 104 जेट फैन लगाए जाएंगे। इससे सुरंग में हर समय ताजगी बनी रहेगी और वाहनों को भी कोई परेशानी नहीं होगी।

सुरंग की निर्माण प्रक्रिया

सुरंग का निर्माण दो अलग-अलग हिस्सों में समानान्तर खुदाई करके किया जा रहा है, जो अब अंतिम चरण में है। जून 2025 तक खुदाई का काम पूरा कर लिया जाएगा, और शेष निर्माण कार्य दिसम्बर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके बाद सुरंग को जनवरी 2026 तक पूरी तरह से चालू करने की योजना है।

सुरंग के भीतर विशेष सुविधाएँ

सुरंग में सुरक्षा के लिहाज से 12 स्थानों पर आपस में जुड़ी इमरजेंसी निकासी बनाई गई है, जिससे दुर्घटना या आपात स्थिति में यात्रियों को आसानी से बाहर निकाला जा सकेगा।सुरंग में वाहन चालकों को अंधेरे और रोशनी में अचानक बदलाव से बचाने के लिए बड़ी और छोटी लाइटें लगाई जाएंगी। तेज गति में भी वाहन चालकों को समान रोशनी का अनुभव होगा।सुरंग में फायर सेफ्टी के लिए ऑटोमैटिक उपकरण लगाए जाएंगे, जो किसी भी आपात स्थिति में तुरंत काम करेंगे।यात्रियों को मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट की सुविधा भी उपलब्ध होगी, जिससे वे हमेशा कनेक्टेड रह सकेंगे।