Jaipur Bandikui Expressway: लो जी जयपुर से दिल्ली अब पहुँचोगे महज ढाई घंटे में, आज से खुल रहा जयपुर बांदीकुई एक्सप्रेसवे
Jaipur Bandikui Expressway: राज्य सरकार सड़क परिवहन के सुधार व विकास की गति बढ़ाने के लिए निरंतर काम कर रहीं हैं। इस कड़ी में राज्य परिवहन ने नागरिकों को खुशखबरी देते हुए बताया की जल्द ही जयपुर-बांदीकुई एक्सप्रेसवे आज सभी वाहनों के लिए खुलने जा रहा है।
जयपुर-बांदीकुई एक्सप्रेसवे के खुलने का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहें हैं।यह नया एक्सप्रेसवे अब जयपुर सहित आसपास के जिलों के लोगों को सीधे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा. इससे दिल्ली तक की दूरी अब महज 3 घंटे में पूरी की जा सकेगी, जिसमें पहले 5 से 6 घंटे लगते थे।
सुरक्षा के लिए एक्सप्रेसवे पर स्पीड डिस्प्ले बोर्ड, रिफ्लेक्टर युक्त डिवाइडर, सीसीटीवी कैमरे, और आपातकालीन सहायता केंद्र जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं. भविष्य में इस फोर लेन हाईवे को छह लेन में विस्तार देने की योजना भी है. इसके बाद तो जयपुर से दिल्ली का सफर और भी आनंद से भरा हो जाएगा। इस एक्सप्रेसवे की शुरुआत जयपुर के बगराना से होगी, जहां से वाहन चालक सीधे बांदीकुई होते हुए दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर चढ़ सकेंगे. इससे यात्रा में समय की बचत तो होगी ही. साथ ही ट्रैफिक जाम से भी राहत मिलेगी.
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की ओर से प्रोविजनल कंप्लीशन सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया है.आपको बता दें दौसा जिले के बांदीकुई से जयपुर तक 67 किलोमीटर लंबा नया एक्सप्रेसवे फोर लेन एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे है. इस पर वाहन 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकेंगे. इसका निर्माण कार्य तय समय से पहले ही पूरा कर लिया गया है. इस एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद बांदीकुई से जयपुर की दूरी अब केवल 25 से 30 मिनट में तय की जा सकेगी, जो पहले एक घंटे से ज्यादा लगती थी. वहीं, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के जरिए अब गुरुग्राम से बांदीकुई महज दो घंटे में पहुंचा जा सकेगा.
नए एक्सप्रेसवे के बनने के बाद अब राजधानी दिल्ली से जयपुर के लिए दो प्रमुख रूट उपलब्ध होंगे. इसमें दिल्ली जयपुर हाईवे और अब दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे होकर भी जयपुर जाया जा सकता है. लोग अब तेजी से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का रुख कर रहे हैं, जिससे यात्रा आसान और समय की बचत के साथ अधिक सुविधाजनक हो रही है टोल पूरे 67 किमी पर लागू होगा. यदि कोई वाहन बीच में किसी इंटरचेंज से उतरता है, तो उसे केवल तय दूरी का टोल देना होगा. एक्सप्रेसवे पर कुल पांच इंटरचेंज बनाए गए हैं, जहां से वाहन चढ़ और उतर सकते हैं. इन सभी बिंदुओं पर टोल वसूली केंद्र बनाए गए हैं. टोल वसूली पूरी तरह फास्टैग आधारित डिजिटल प्रणाली से होगी।
