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जयपुर के सबसे बड़े सिंधी कैंप बस स्टेंड पर आया बड़ा अपडेट, 1000 से अधिक बसें होगी संचालित, आम जनता जो मिलेगा भरपूर फायदा 

 
rajasthan roadways

rajasthan roadways  सिंधी कैंप बस अड्डों का भार कम करने के लिए नए बस अड्डों के निर्माण की गति बेहद धीमी है। पहले जमीन के अभाव में बस स्टैंड नहीं बन पा रहे थे,(Jaipur News)अब जेडीए से जमीन मिलने के बाद से रोडवेज रुचि नहीं दिखा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान राज्य सड़क परिवहन निगम (RSRTC) तीन स्थानों पर बस स्टैंड विकसित करने में कम रुचि ले रहा है। रोडवेज अधिकारियों(rajasthan) का मानना ​​है कि जेडीए द्वारा दी गई जमीन व्यावहारिक नहीं है। पिछले दिनों ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड की बैठक में भी यह मुद्दा उठा था। सिंधी कैंप बस अड्डों का भार कम करने के लिए नए बस अड्डों के निर्माण की गति बेहद धीमी है। पहले जमीन के अभाव में बस स्टैंड नहीं बन पा रहे थे, अब जेडीए से जमीन मिलने के बाद से रोडवेज रुचि नहीं दिखा रहा है।


इसीलिए रोडवेज ने अजमेर रोड पर वेस्ट-वे हाइट योजना में ही बस स्टैण्ड विकसित करने में रुचि दिखाई। रोडवेज सीएमडी श्रेया गुहा ने कहा कि शहर के बाहर बस स्टैंड बनाने की प्रक्रिया चल रही है।


जेडीए ने 2022 में अजमेर रोड पर 200 फीट बाइपास पर वेस्ट-वे ऊंचाई, दिल्ली रोड पर अचरोल में साइंस टेक सिटी, आगरा रोड पर कानोता और टोंक रोड पर शिवदासपुरा में जमीन आवंटित की थी।


डिज़ाइन दिया गया, काम पूरा होने तक
 

जेडीए की अजमेर रोड स्थित वेस्ट-वे हाइट योजना में सड़क मानचित्र के अनुरूप बस स्टैण्ड अभी तक नहीं बन पाया है। सिर्फ पांच या सात फीसदी काम ही बचा है. हालांकि, काम अगस्त तक पूरा होना था। प्रशासनिक ब्लॉक के अलावा पार्किंग और यात्रियों के बैठने की उचित व्यवस्था होगी। इस पर जेडीए ने 5.17 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। जेडीए देरी के लिए रोडवेज को जिम्मेदार ठहरा रहा है। जेडीए अधिकारियों का कहना है कि डिजाइन में कई बार बदलाव किया गया। इससे काम में देरी हुई.


पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर विकसित किया जाएगा
 

अजमेर रोड स्थित बस स्टैण्ड को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर विकसित किया जा रहा है। रोडवेज अधिकारी जवाहर नगर, प्रताप नगर और विद्याधर नगर में सैटेलाइट बस टर्मिनल बनाने पर फोकस कर रहे हैं। रोडवेज इस काम के लिए जेसीटीएसएल की जमीन का भी उपयोग कर सकता है।
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जेडीए ने चार स्थानों पर बस स्टैंड के साथ अस्पताल के लिए जमीन आवंटित की थी। इसके पीछे सोच यह थी कि इलाज के लिए बाहर से आने वाले लोगों को एसएमएस अस्पताल नहीं आना पड़ेगा.


अक्टूबर, 2023 में अजमेर रोड एवं टोंक रोड पर शिवदासपुरा में सेटेलाइट हॉस्पिटल का वर्चुअल शिलान्यास भी किया जा चुका है।
ये होगा फायदा


सिंधी कैंप बस स्टैंड से आगरा, दिल्ली, अजमेर, टोंक रोड और सीकर रोड पर 1,000 से अधिक बसें संचालित होती हैं। सिंधी कैंप पर बसों का दबाव कम होगा।