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Kanpur Ring Road: कानपुर के लोगों के लिए अच्छी खबर, रमईपुर से आटा तक रिंग रोड का निर्माण जल्द शुरू होगा

 
Kanpur Ring Road:

Kanpur Ring Road: जाम से जूझ रहे शहर में सुगम यातायात के लिए कानपुर रिंग रोड को धरातल पर उतारा जा रहा है। मंधना से रमईपुर तक के चौथे और पहले चरण के 46.075 किमी सेक्शन का टेंडर जारी कर दिया गया है. रमईपुर से उन्नाव के आटा तक 19.255 किलोमीटर की टेंडर प्रक्रिया भी लगभग पूरी हो चुकी है।


शहर में सुगम यातायात के लिए कानपुर रिंग रोड का पुनर्निर्माण किया जा रहा है. मंधना से रमईपुर तक के चौथे और पहले चरण के 46.075 किमी सेक्शन का टेंडर जारी कर दिया गया है.

रमईपुर से उन्नाव के आटा तक 19.255 किलोमीटर की टेंडर प्रक्रिया भी लगभग पूरी हो चुकी है। अक्तूबर के पहले सप्ताह में ठेकेदार, निर्माण एजेंसी तय हो जायेगी. इसके बाद मंधना से आटा तक 65.075 किमी रिंग रोड के निर्माण को मंजूरी मिल जाएगी।

रिंग रोड 93 किमी लंबी होगी

एनएचएआई की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना 93.200 किलोमीटर लंबी कानपुर रिंग रोड है, जिसकी लागत 10,000 करोड़ रुपये होगी। निर्माण कार्य को बेहतर ढंग से पूरा करने के लिए परियोजना को चार चरणों में विभाजित किया गया है। मंधना से सचेंडी तक चौथे चरण और सचेंडी से रमईपुर तक पहले चरण के लिए ठेकेदार तय हो गया है।

राज कंस्ट्रक्शन लिमिटेड को निर्माण का जिम्मा सौंपा गया है। दूसरे चरण में रमईपुर से उन्नाव आटा तक की टेंडर प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है। फिर तीसरे चरण में आटा से मंधना तक 27.900 किमी के लिए टेंडर प्रक्रिया रहेगी। इस हिस्से में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है.

रिंग रोड में 12 एंट्री प्वाइंट बनाए जाएंगे

भौंती, कानपुर-शिवली रोड, सिंहपुर से बिठूर, मंधना, सचेंडी, रमईपुर-घाटमपुर रोड, डिफेंस कॉरिडोर, जाजमऊ ब्रिज, ज़ेरी, केकेरी एयरपोर्ट, शुक्लागंज-उन्नाव रोड, ट्रांसगंगा सिटी रोड का ग्राफ बनाएं।

इस जिले में इतना हिस्सा

कानपुर नगर 62

कानपुर देहात

उन्नाव 27.200 (आंकड़े किमी में)

3,500 किलोमीटर लंबा यह पुल मंधना के पास गंगा नदी पर बनाया जाएगा।

1,900 किलोमीटर लंबा यह पुल रूमा और आटा के बीच गंगा नदी पर बनाया जाएगा।

पूरे रिंग रोड प्रोजेक्ट में 09 रेलवे ओवरपास ब्रिज का निर्माण किया जाएगा।

रिंग रोड में 07 फ्लाईओवर बनाये जायेंगे।

कानपुर रिंग रोड के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। मुआवजा वितरण जिला प्रशासन के माध्यम से किया जा रहा है. पहले और चौथे चरण के निर्माण के लिए ठेकेदार को जमीन पर कब्जा भी दिया जा रहा है. तीसरे चरण का टेंडर भी अंतिम चरण में है, अक्टूबर के पहले सप्ताह में ठेकेदार का नाम घोषित कर दिया जाएगा। -प्रशांत दुबे, परियोजना निदेशक, एनएचएआई