4 गोलियों से हुई तेंदुए की मौत, मरने से पहले वन विभाग टीम पर किया था हमला
Rajasthan News : उदयपुर में सूत्रों के अनुसार इसी लेपर्ड ने बीते एक महीने में 10 लोगों का शिकार किया था। लेपर्ड को शहर के नजदीक मदार इलाके में गोली मारी गई है। वन विभाग के डीएफओ अजय चित्तौड़ा ने बताया कि यह वो ही आदमखोर लेपर्ड है, अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है। जांच के बाद ही इसकी पुष्टि हो सकती है।
वहीं, उदयपुर रेंज आईजी राजेश मीणा ने बताया कि जंगल में सर्च के दौरान पुलिस टीम पर लेपर्ड ने हमला किया था। इस दौरान उसे 4 गोली मारकर ढेर किया गया। इसी इलाके में दो दिन पहले 2 महिलाओं पर लेपर्ड अटैक हुआ था। इसमें एक की मौत हो गई थी। 2 माह से हमारे पास रिपोर्ट थी कि यहां लेपर्ड घूम रहा है। बुधवार को भी इसी इलाके में लेपर्ड ने महिला को मार डाला था। हमारा प्रयास इसे घेरबंदी करके पकड़ने का था। पुलिस और फॉरेस्ट की टीम यहां लगाई गई थीं। कल शाम को भी लेपर्ड नजर आया था इस पर फायर भी किया था, लेकिन वह झाड़ियों में गायब हो गया था।
आज सुबह साढ़े 7 बजे घेरा बनाकर आगे बढ़ रहे थे। इसी दौरान लेपर्ड ने एक पुलिसकर्मी पर छलांग लगाने की कोशिश की तो जवान ने उस पर फायर कर दिया। पहली गोली लेपर्ड के गर्दन में लगी। उसे 4 गोलियां मारी गईं। लेपर्ड के आदमखोर होने की जानकारी अभी स्पष्ट नहीं है। 5 दिन में 3 बार अटैक किया मदार गांव में बीते करीब 5 दिन में लेपर्ड के तीन अटैक हुए हैं। बुधवार को खेत में काम कर रही 2 महिलाओं पर हमला किया था। दोनों घायल हो गई थीं। इनमें से लेपर्ड ने एक महिला मांगीबाई के गले पर अटैक किया था।
इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया था। इससे एक दिन पहले मंगलवार रात को पालड़ी गांव में लेपर्ड ने गाय के बछड़े का शिकार कर उसे मार डाला था। वहीं, तीन दिन पहले रविवार को बड़ी गांव में भी लेपर्ड ने गाय के बछड़े का शिकार किया था। शहर के आसपास लगातार लेपर्ड के लगातार बढ़ते मूवमेंट से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ था। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि लेपर्ड की शव की जांच के बाद ही इसके आदमखोर होने या नहीं होने की पुष्टि हो सकती है।
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि लेपर्ड की शव की जांच के बाद ही इसके आदमखोर होने या नहीं होने की पुष्टि हो सकती है।