यूपी में एक्सप्रेसवे के किनारे बनी शराब की दुकान होगी बंद, सीएम योगी का बड़ा फैंसला

Breaking News : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए, जिनका उद्देश्य राज्य में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाना और सड़कों को सुरक्षित बनाना है। मुख्यमंत्री ने दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की बात की और कई महत्वपूर्ण उपायों पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री के प्रमुख निर्देश
एक्सप्रेस-वे और हाईवे के किनारे शराब की दुकानों पर रोक: मुख्यमंत्री ने कहा कि एक्सप्रेस-वे और हाईवे के किनारे शराब की दुकानें बिल्कुल नहीं होनी चाहिए। उन्होंने शराब की दुकानों के साइनेज को भी छोटा करने का निर्देश दिया, ताकि सड़क सुरक्षा में कोई विघ्न न आए।मुख्यमंत्री ने एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ फूड प्लाजा की तर्ज पर अस्पतालों की व्यवस्था करने की बात कही। यह खासकर दुर्घटनाओं के घायलों को त्वरित इलाज मुहैया कराने के लिए महत्वपूर्ण होगा।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग के पाठ्यक्रम में ट्रैफिक के नियमों को जोड़ा जाए, ताकि बच्चों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता पैदा की जा सके। मुख्यमंत्री ने डग्गामार वाहनों और ओवरलेडेड ट्रकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की बात की, ताकि सड़क पर अत्यधिक लोड और अव्यवस्था से बचा जा सके।उन्होंने कहा कि सभी जनपदों में हर माह सड़क सुरक्षा समिति की बैठक अनिवार्य रूप से होनी चाहिए, और मंडल स्तर पर त्रैमासिक बैठकें आयोजित की जानी चाहिए।
2024 में हुई सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े
2024 में उत्तर प्रदेश में कुल 46,052 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 34,600 लोग घायल हुए और 24,000 से अधिक मौतें हुईं। यह आंकड़े मुख्यमंत्री के लिए अत्यंत चिंता का विषय बने हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इन दुर्घटनाओं को न्यूनतम करने के लिए सभी संबंधित विभागों को मिलकर काम करना होगा।
प्रमुख जनपदों में सड़क दुर्घटनाएं
जनपद दुर्घटनाओं में प्रमुख स्थान
हरदोई उच्चतम दुर्घटना मृत्यु दर
मथुरा उच्चतम दुर्घटना मृत्यु दर
आगरा उच्चतम दुर्घटना मृत्यु दर
लखनऊ उच्चतम दुर्घटना मृत्यु दर
कानपुर नगर उच्चतम दुर्घटना मृत्यु दर
प्रयागराज उच्चतम दुर्घटना मृत्यु दर
सीतापुर उच्चतम दुर्घटना मृत्यु दर
उन्नाव उच्चतम दुर्घटना मृत्यु दर
बाराबंकी उच्चतम दुर्घटना मृत्यु दर
नाबालिगों द्वारा ई-रिक्शा चलाना
मुख्यमंत्री ने नाबालिगों द्वारा ई-रिक्शा चलाने पर प्रभावी अंकुश लगाने का निर्देश दिया और कहा कि सभी ई-रिक्शा ड्राइवरों का वैरिफिकेशन अनिवार्य रूप से किया जाए। इससे यह सुनिश्चित होगा कि सड़क पर कोई अवैध वाहन न चले और दुर्घटनाओं की संभावना कम हो।
सड़क सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम
मुख्यमंत्री ने ट्रांसपोर्ट और व्हीकल एसोसिएशनों से संवाद स्थापित कर यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि लंबी दूरी के वाहनों पर दो ड्राइवर हों, जिससे ड्राइविंग के दौरान थकावट के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके। मुख्यमंत्री ने एनएचआई की कई प्रमुख सड़कों पर कैमरे लगाने की बात की और फुट ओवरब्रिज की आवश्यकता जताई। यह कदम सड़कों पर सुरक्षा बढ़ाने और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उठाए जाएंगे।